उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर हो रहे उपचुनाव में आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन सीटों पर सपा की जीत के लिए पूरा ताकत लगाई है लेकिन हर मंच पर एक साथ होने का दावा करने वाला इंडिया गठबंधन यूपी में दम तोड़ता दिख रहा है. यूपी की लड़ाई में सपा अकेले ही दिखाई दे रही है. कांग्रेस का कोई बड़ा नेता चाहे वो प्रदेश अध्यक्ष अजय राय हों या यूपी प्रभारी अविनाश पांडे सपा के मंच पर दिखाई नहीं दिया.
यूपी के प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय केरल की वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे. वायनाड पर चुनाव खत्म होने के बाद दोनों नेता महाराष्ट्र के चुनावों में एक्टिव दिख रहे हैं लेकिन, यूपी की नौ सीटों को लेकर उनकी दिलचस्पी दिखाई नहीं दे रही. सपा के मंच से कांग्रेस के नेता गायब दिख रहे हैं. आम आदमी पार्टी भी यूपी के चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं.
लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने भदोही सीट पर ममता बनर्जी के तृणमूल कांग्रेस को दिया था लेकिन जब उपचुनाव की बारी आई तो टीएमसी भी शांत दिख रही है वहीं एनसीपी ने तो कुछ सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार भी उतार दिए हैं. इससे साफ पता चलता है कि कांग्रेस से लेकर आप हो या टीएमसी और एनसीपी इंडिया गठबंधन के तमाम घटक दलों ने सपा को अकेला छोड़ दिया.
दरअसल यूपी उपचुनाव में कांग्रेस चार सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी. लेकिन, सपा कांग्रेस को खैर और गाजियाबाद सीट देने पर ही राजी थी जिसके बाद कांग्रेस ने मनचाही सीट नहीं मिलने पर उपचुनाव लड़ने से मना कर दिया था. हालांकि बावजूद इसके कांग्रेस और सपा एकसाथ होने की दुहाई देती रही है. ये बात अलग है कि ये गठबंधन धरातल पर दिखाई नहीं दे रहा है. सपा के राष्ट्रीय सचिव और मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भी इस बात पर निराशा जताई है. उन्होंने कहा कि ये बात सही है कि गठबंधन में शामिल सभी दलों को चुनाव प्रचार में जुटना चाहिए था.
इस मामले पर कांग्रेस की सफाई भी सामने आई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि इंडिया एलाइंस मजबूती के साथ उपचुनाव की तैयारी में जुटा रहा. हमारा मानना है कि सभी 9 सीटों पर इंडिया गठबंधन जीत हासिल करेगा. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा कि ‘बंटने और कटने का नारा देने वाले खुद ही आपस में बंट गए. इंडिया गठबंधन मजबूती से चुनाव में साथ हैं. बीजेपी हार के डर से झूठ फैला रहा है.