पूर्वांचल की गाजीपुर सीट इस समय पूरे प्रदेश में सुर्खियों में है. खासतौर पर मुख्तार अंसारी की मौत के बाद लोगों में इस बात की चर्चा है कि एनडीए की तरफ से गाजीपुर से कौन प्रत्याशी होगा. दरअसल अभी तक NDA की तरफ से गाजीपुर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया गया, लेकिन समाजवादी पार्टी ने मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को इस सीट पर टिकट देकर पहले ही मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है.
इसी बीच मुख्तार अंसारी की मौत ने गाजीपुर सहित पूर्वांचल में एक नए सियासी तूफान की ओर भी इशारा किया है. एबीपी लाइव को करीबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस सीट पर बीजेपी और सुभासपा के बीच बैठकों का दौर लगातार जारी है, जिसमें कुछ प्रमुख नामों की चर्चा की जा रही है. बैठक में इस बात पर विशेष जोर दिया जा रहा है कि गाजीपुर की वर्तमान स्थिति के अनुसार कौन सा व्यक्तित्व सीधे-सीधे अंसारी परिवार को चुनावी मैदान में पटखनी दे सकता है.
“NDA में इन नामों पर चर्चा “
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख और यूपी कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने उत्तर प्रदेश में तीन सीटों की मांग की थी. वर्तमान में उन्हें बीजेपी ने घोसी सीट पर चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया है और उन्होंने घोसी से अरविंद राजभर को मैदान में उतारा है. हालांकि अभी भी ओमप्रकाश राजभर एक अन्य गाजीपुर सीट की मांग कर रहे हैं .
1. गाजीपुर से ताल ठोक सकते हैं बृजेश सिंह
पार्टी करीबी नेताओं की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार गाजीपुर से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सिंबल पर बृजेश सिंह चुनाव लड़ सकते हैं और इसकी सबसे अधिक संभावना देखी जा रही है. दावा तो यहां तक किया गया है कि बातचीत का दौर अंतिम चरण में है और पार्टी के शीर्ष नेताओं की रजामंदी के बाद इस पर फाइनल फैसला ले लिया जाएगा. हालांकि ओम प्रकाश राजभर ने कई बार स्वीकार भी किया है कि उनकी खुद गाजीपुर सीट को लेकर बृजेश सिंह से बात हुई है और उन्होंने तो बृजेश सिंह का टिकट फाइनल भी कर दिया है. एनडीए शीर्ष नेतृत्व को इस पर फाइनल फैसला लेना है.
2. गाजीपुर से सुशील सिंह लड़ सकते हैं चुनाव
बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह के करीबियों का भी कहना है कि गाजीपुर सीट से सुशील सिंह चुनाव लड़ सकते हैं. सुशील सिंह वर्तमान में चंदौली विधानसभा के सैयदराजा से विधायक भी हैं. यहां तक कि उनके समर्थको ने गाजीपुर की सीट पर तैयारी भी शुरू कर दी है.
3. डॉ मनोज सिंहा के बेटे गाजीपुर से चुनावी मैदान में
गाजीपुर लोकसभा सीट से महीनों पहले बीजेपी के पदाधिकारियों ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल डॉ.मनोज सिन्हा के नाम की चर्चा को लेकर तैयारी शुरू भी कर दी थी. गाजीपुर से तीन बार सांसद रहे मनोज सिंहा ने 2014 में गाजीपुर से जीत हासिल की थी. हालांकि 2019 में उनकी हार हुई थी. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार डॉ मनोज सिंहा अपने बेटे को यहां से चुनाव लड़ाना चाहते हैं और सबसे पहले गाजीपुर की सीट पर उनके बेटे के नाम की ही चर्चा रही है.
4. कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय पर पार्टी लगा सकती है दांव
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय के भी गाजीपुर से चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है. खुद कृष्णानंद राय के परिवार के करीबियों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से कृष्णानंद राय के समर्थकों की तरफ से अलका राय के गाजीपुर से चुनाव लड़ने को लेकर टिकट की मांग की गई है, लेकिन अभी तक बीजेपी ने इस पर फैसला नहीं लिया है. राजनीतिक जानकारों की मानें तो बीजेपी गाजीपुर की वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ही ऐसे व्यक्तित्व को टिकट देगी जो सीधे-सीधे अंसारी परिवार को चुनावी मैदान में हरा सके.