भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद।
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सासाराम में हुई हिंसा को लेकर बिहार पुलिस ने भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद और शाहनवाज आलम उर्फ लखानी को गिरफ्तार किया गया है। इसके लिए कोर्ट ने वारंट इश्यू किया था। पुलिस ने जवाहर प्रसाद और शाहनवाज आलम को उनके घर से शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया। फिलहाल सासाराम पुलिस इस मामले में दोनों से पूछताछ कर रही है। उनपर हिंसा भड़काने का आरोप है। हालांकि, उनके समर्थकों का कहना है कि सासाराम में हुई हिंसा के पीछे जवाहर प्रसाद का कोई हाथ नहीं था। वहीं पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की पत्नी का कहना है कि उनपर जो आरोप लगाए गए हैं, वह बिल्कुल गलत और निराधार हैं। पुलिस झूठा आरोप लगा लगा रही। उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है।
नीतीश बोले- दोषी पाया जायेगा तो चाहे वह किसी दल का हो, उस पर कार्रवाई होगी
इधर, भाजपा के पूर्व विधायक की गिरफ्तारी को सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अगर किसी पर कोई आरोप लगता है तो पुलिस उसकी जांच करती है। जांच में जो दोषी पाया जाता है उस पर कार्रवाई होती है। आज तक हमने इस सब चीजों में कभी इंटरफेयर नहीं किया है। बिहार में जहां कहीं भी घटना होती है तो उसकी बारीकी से जांच होती है। जिन दो जगहों पर घटनाएं हुई है, वहां पर कड़ी कार्रवाई की गई है। घटना में कोई भी अगर दोषी पाया जायेगा तो चाहे वह किसी दल का हो, उस पर कार्रवाई होगी। किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। भाजपा के नेता क्या बोलते हैं उस पर मैं ध्यान नहीं देता। उससे हमे कोई मतलब नहीं है।
रोहतास हिंसा मामले में अब तक इस मामले 63 लोगों को गिरफ्तार
रोहतास एसपी विनीत कुमार ने कहा है कि सासाराम में पिछले दिनों हुई हिंसा मामले में न्यायालय से वारंट निर्गत होने के बाद पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को लश्करीगंज सासाराम से तथा शाहनवाज आलम उर्फ लखानी को मदार दरवाजा से गिरफ्तार किया गया है। अब तक इस मामले 63 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शेष 38 अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस दबिश के कारण दो लोगों ने न्यायालय में भी आत्मसमर्पण किया है।
भाजपा नेता बोले- बदले की भावना से आरोपी बनाया जा रहा
भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह ने सरकार व पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दंगा रोकने वाले की गिरफ्तारी करना उचित नहीं है। इसको लेकर भाजपा की रणनीति तैयार कर आगे का कार्य किया जाएगा। वहीं भाजपा नेता त्रिविक्रम सिंह ने कहा कि विधायक को रात में घर से उठा लेना उचित नहीं है। जब दंगा के समय पदाधिकारियों के साथ पूर्व विधायक शांति बहाल करने में जुटे थे और उन्हें ही आरोपित बनाना भाजपा नेताओं को बदले की भावना से आरोपी बनाया जा रहा है। वहीं पूर्व विधायक के पत्नी ने बताया कि शुक्रवार 11:30 से 12:00 के बीच बीते रात में पुलिस घर पहुंची। दरवाजा खुलते ही हुए पूर्व विधायक सहित उनके पुत्र संतोष कुमार को खोजने लगी। लेकिन पूर्व विधायक के पुत्र संतोष कुमार घर पर नहीं रहने से पुलिस ने पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को बिना जानकारी दिए ही साथ ले गई। पत्नी का कहना है कि उनपर जो आरोप लगाए गए हैं, वह बिल्कुल निराधार हैं।