इन दिनों भारत के कई हिस्सों में चिलचिलाती गर्मी पड़ रही है. इस बात को बिल्कुल भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है कि इसका शारीरिक स्वास्थ्य पर काफी ज्यादा बुरा असर पड़ता है. हालांकि कई रिसर्च में यह बात भी साफ हो चुकी है कि हीटवेव के कारण मूड काफी ज्यादा खराब होता है. भीषण गर्मी, नमी और काफी ज्यादा तापमान के कारण अक्सर लोग थका हुआ, चिड़चिड़ापन और यहां तक कि उदासी महसूस होती है.
अगर आपको भी इस मौसम में उदासी फिल हो रही है तो आप अकेले नहीं है बल्कि यह सभी लोगों के साथ हो रहा है. इस मौसम में मूड और सेहत दोनों पर खास ध्यान रखने की जरूरत है. गर्मी से बचने के साथ-साथ मूड को बेहतर बनाने के लिए हम आपको बताएंगे कुछ खास टिप्स.
आइए जानें हीटवेव किस तरह से मूड को प्रभावित करता है?
हीटवेव मूड को काफी ज्यादा प्रभावित करता है. जब बाहर का टेंपरेटर काफी ज्यादा गर्म और ह्यूमिडिटी बढ़ा हुआ रहता है तो शरीर के अंदर के टेंपरेचर को कंट्रोल करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है. जिसके कारण शरीर डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाते हैं. इसके कारण दिमाग और शरीर दोनों को काफी ज्यादा प्रभावित करता है.
इसके अलावा सूरज की रोशनी में लगातार रहने के कारण हमारी नींद का पैटर्न भी काफी ज्यादा प्रभावित होता है. जिसके कारण हम थका हुआ और चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं. शारीरिक परेशानी और नींद की कमी के कारण लोग काफी ज्यादा टेंशन, चिंतित और मूड स्विंग जैसी परेशानी से जूझते हैं.
हाइड्रेटेड रहें
लू के दौरान खूब सारा पानी पिएं. डिहाइड्रेशन के कारण शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं शुरू हो जाती है. जब शरीर में पानी की कमी होती है तो दिमाग तक ठीक ढंग से ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है.जिसके कारण थकान और चिड़चिड़ापन हो सकती है. ऐसी स्थिति में अपने पास एक बोतल जरूर रखें.