पश्चिम बंगाल की आठ सीटों पर चौथे चरण के मतदान के दौरान विभिन्न इलाकों में हिंसा की ख़बरें मिल रही हैं.कई जगह राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें हुईं. कुछ जगह ईवीएम में गड़बड़ी की ख़बरें सामने आईं तो कुछ जगह केंद्रीय बल के जवानों को लाठीचार्ज करना पड़ा.
बीरभूम ज़िले में बम के हमले में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई. उसी ज़िले में एक तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता के मतदान केंद्र में प्रवेश करके वोटरों को प्रभावित करने के आरोप के बाद चुनाव आयोग ने प्रीसाइडिंग ऑफिसर को हटा दिया.इन आठ सीटों पर पहले चार घंटों के दौरान 32.78 प्रतिशत मतदान हुआ.
राज्य में चौथे चरण में कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर है. इनमें अधीर रंजन चौधरी, यूसुफ पठान, शताब्दी राय, शत्रुघ्न सिन्हा, एस.ए. आहलूवालिया, महुआ मोइत्रा और दिलीप घोष शामिल हैं.
बीरभूम ज़िले में चुनावी ड्यूटी में तैनात एक केंद्रीय जवान की मतदान के दौरान तबीयत बिगड़ने के कारण ही मौत हो गई. उनको रामपुरहाट गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था. वहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया. महेंद्र सिंह (55) नामक वह जवान उत्तराखंड का रहने वाला था.
बीरभूम ज़िले की ही बोलपुर लोकसभा सीट पर मतदान से पहले देसी बम के हमले में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई.पुलिस ने बताया कि मिंटू शेख नामक वह कार्यकर्ता देर रात घर लौट रहा था. उसी समय कुछ अज्ञात लोगों ने उस पर बम से हमला किया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इस मामले में अब तक किसी को गिरफ़्तार नहीं किया जा सका है.
दुर्गापुर में भी कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें हुईं. बीरभूम में बीजेपी ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर एक मतदान केंद्र के बाहर बने अपने स्टॉल में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है.
मुर्शिदाबाद ज़िले के बहरमपुर संसदीय इलाक़े में भी तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा की ख़बरें मिली हैं. इस सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का मुक़ाबला तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार और हरफनमौला क्रिकेटर यूसुफ़ पठान से है.
आसनसोल सीट पर निवर्तमान सांसद और टीएमसी उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा का मुक़ाबला पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार एस.एस.आहलूवालिया के साथ है. उससे सटी बर्दवान-दुर्गापुर सीट पर प्रदेश बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष के मुक़ाबले तृणमूल के कीर्ति आज़ाद मैदान में हैं.
तमाम राजनीतिक दलों की ओर हिंसा, चुनावी धांधली और वोटरों को प्रभावित करने के संबंध में चुनाव आयोग को एक हज़ार से ज़्यादा शिकायतें भेजी गई हैं. कृष्णनगर सीट पर तृणमूल उम्मीदवार महुआ मोइत्रा ने चुनाव आयोग की भूमिका पर नाराज़गी जताई है.