उत्तर प्रदेश के बहराइच में इंसानों पर हमला कर रहे एक और भेड़िये को वन विभाग ने गुरुवार को पकड़ लिया है. यह भेड़िया महसी तहसील में पकड़ा गया है.
वन विभाग के डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि जो एक झुंड बच्चों का शिकार कर कहा है, उसमें से ये चौथा भेड़िया है, जिसको विभाग की टीम ने पकड़ा है.
अभी तक भेड़िए 8 लोगों का शिकार कर चुके हैं, जिसमें 7 बच्चे और एक महिला शामिल हैं. एक बच्चे का शव नहीं मिलने से उसे जानवर के मारे जाने की पुष्टि नहीं हो पाई है.
भेड़िये के आतंक पर बीबीसी हिन्दी की खबर के बाद बुधवार को उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने प्रभावित इलाकों का वन विभाग की टीम के साथ दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने मामले की जानकारी ली और अधिकारियों को जल्दी ही इस झुंड को पकड़ने का निर्देश दिया था.
वन विभाग की टीम ड्रोन कैमरे और ट्रन्क्यूलाइज़र गन से लैस टीम के साथ तकरीबन दो महीने से भेड़ियों को पकड़ने में लगी है. 17 अप्रैल को पहली घटना बताई जा रही है, जिसके बाद पिछले दो महीनों से भेड़ियों ने 26 लोगों को घायल किया है.
इस झुंड के पकड़ने के लिए सरकार ने बाराबंकी और कर्तनियाघाट टाइगर रिजर्व के डीएफओ के साथ एक्सपर्ट टीम भी लगा रखी है.
इससे पहले बहराइच के रेंज अफसर मोहम्मद साकिब ने बताया था कि तीन भेड़िये पहले ही पकड़े जा चुके है, जिनमें दो को चिड़ियाघर भेज दिया गया है. वहीं एककी मौत दिल का दौरा पड़ने से हो गई थी.
बहराइच के तीस गांवों में भेड़िए का आतंक चल रहा है. लोग रात भर पहरा देते हैं. उसके बाद भी भेड़िया मौका पाकर लोगों पर हमला कर देता है.
प्रदेश के वन मंत्री ने बताया कि सरकार की तरफ से लगातार ये प्रयास हो रहा है कि इंसान और जानवरों में कोई संघर्ष ना हो. इसके लिए काम किया जा रहा है और इस साल तकरीबन 27 तेंदुए और 3 बाघ पकड़े जा चुके हैं.