उत्तर प्रदेश में महिला आयोग की उपाध्यक्ष नियुक्त की गईं भारतीय जनता पार्टी की नेता अपर्णा यादव गुरुवार को दिल्ली पहुंचीं हैं.महिला आयोग में उपाध्यक्ष बनाई गईं स्व. मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू अपर्णा यादव ने इस दायित्व से खुश नहीं बताई जा रही हैं.दावा है कि वह दिल्ली में आला नेताओं से मिलकर अपनी बात रखेंगी.
अपर्णा यादव को महिला आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने की जानकारी मंगलवार रात आधिकारिक की गई थी. इसके बाद से ही वह चुप हैं. बुधवार को दावा किया गया कि बीजेपी नेता अपने सदंर्भ में किए गए फैसले से नाराज हैं. इसके बाद यूपी बीजेपी चीफ भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. वह सोमवार तक पदभार ग्रहण करेंगी.
2022 में थामा था बीजेपी का दामन
अपर्णा के संदर्भ में गुरुवार को सूत्रों ने जानकारी दी कि महिला और बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य ने उनसे बात की और कहा कि उन्हें काम करने के मामले में पूरी आजादी मिलेगी.
इससे पहले सूत्रों ने दावा किया कि अपर्णा ने शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की. सूत्रों के अनुसार अपर्णा फिर से सपा में शामिल होना चाहती हैं. अपर्णा ने साल 2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था. इससे पहले वह सपा में थीं और विधायकी का चुनाव भी लड़ा था हालांकि रीता बहुगुणा जोशी के हाथों वो हार गईं थीं.
अखिलेश-डिंपल के खिलाफ बोलने से बचती रहीं अपर्णा
माना जा रहा है है कि चूंकि अपर्णा, यादव परिवार और खासतौर से डिंपल और अखिलेश के खिलाफ बोलने से बचती रहीं इसलिए बीजेपी ने उनको बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है. हालांकि यूपी बीजेपी चीफ का कहना है कि हम उनसे यह अपेक्षा नहीं रखते हैं कि वह अपने परिवार के खिलाफ बोलें. हम सामाजिक समरसता वाले राजनीतिक दल हैं.