माफिया मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के पैतृक गांव मोहम्मदाबाद में कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. इस दौरान उसकी पत्नी अफशां को लेकर कई तरह के कयास लगते रहे, लेकिन वो पति के जनाजे में शामिल नहीं हुई. अफशां को लेकर अब मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी का बयान सामने आया है.
मुख्तार अंसारी के जनाजे में बड़ी संख्या समर्थक पहुंचे थे लेकिन पत्नी अफशां अंसारी पति को आखिरी बार देखने भी नहीं पहुंची. जिस पर अफजाल अंसारी ने कहा कि अफशां पति को आखिरी बार नहीं देख पाई..मुख्तार की बहू अब्बास अंसारी की पत्नी वो आई है. अफशां के विरुद्ध पहले से वारंट है और इनाम भी घोषित कर दिया गया है.
अफजाल ने कहा, “ऐसी परिस्थिति बनाई जा सकती है कि भगवान न करे कि कभी किसी दुश्मन पर भी आए कि उसका सुहाग उजड़ जाए और वो अपने सुहाग का दर्शन भी न कर सके. किसी के ऊपर न आए लेकिन, ऐसा हुआ..क्योंकि अब वो जहां कहीं भी होगी, हमारे धार्मिक रीति के हिसाब से चार महीने के इद्दत को तो निभाएगी ही. उसके बाद हो सकता है कि वो कोर्ट के सामने आए.”
फरार चल रही है अफशां अंसारी
अफशां अंसारी पर दर्जनभर मुकदमे दर्ज हैं. उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई भी की जा चुकी है. पुलिस की ओर से उस पर इनाम भी घोषित किया गया है. अफशां लंबे समय से फरार चल रही है और पुलिस काफी समय से उसकी तलाश में जुटी है.
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां भी गाजीपुर में मोहम्मदाबाद के दर्जी मोहल्ला की रहने वाली है. साल 2005 के बाद से मुख्तार अंसारी जेल में रहा. उनके जेल जाने के बाद उसके सारे कामकाज को अफशां ही संभालती रही थी. अफशां पर जमीन की खरीद फरोख्त, फर्जी तरीके से जमीन पर कब्जा कर आर्थिक लाभ लेना और सरकारी भूमि को रसूख के दम पर अपने नाम कराने जैसे कई मामले दर्ज हैं. मऊ पुलिस की ओर से अफशां को भगौड़ा तक घोषित किया गया है.