बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल को ‘आतंकवादियों के लिए सुरक्षित ठिकाना’ बताया जिस पर पश्विम बंगाल पुलिस ने जवाब दिया है और उनके दावे को झूठा बताया है.
शुक्रवार को एनआईए ने बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफ़े में बीते महीने हुए आईईडी ब्लास्ट के दो संदिग्धों को गिरफ़्तार किया. इसके बाद अमित मालवीय ने दावा किया कि ये दोनों अभियुक्त कोलकाता से पकड़े गए हैं.इन अभियुक्तों के नाम मुसावीर हुसैन शाजीब और अब्दुल मथीन अहमद बताए गए हैं.
अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ”एनआईए ने बेंगलुरु रामेश्वरम कैफ़े में हुए आईईडी ब्लास्ट के दो संदिग्धों मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मतीन अहमद को कोलकाता में डिटेन किया है. इनका संबंध कर्नाटक के शिमोगा में आईएसआईएस की सेल के साथ हो सकता है. ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल आतंकवादियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन गया है.”
पश्चिम बंगाल पुलिस ने अमित मालवीय के दावे को झूठा बताया.राज्य की पुलिस ने एक ट्वीट में लिखा, “झूठ चरम पर है. अमित मालवीय के दावों से अलग रामेश्वर कैफ़े ब्लास्ट के दो संदिग्ध पूर्व मेदिनीपुर में पश्विम बंगाल पुलिस और सेंट्रल इंटेलिजेंस के ज्वॉइंट ऑपरेशन के तहत गिरफ़्तार किए गए.”पश्विम बंगाल पुलिस ने कहा, ”इसमें पश्विम बंगाल पुलिस की अहम भूमिका को केंद्र की एजेंसी ने भी सराहा है.”
”पश्चिम बंगाल आतंकवादियों के लिए कभी भी सुरक्षित ठिकाना नहीं रहा है. राज्य की पुलिस यहां के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हर मुमकिन कोशिश करती रहेगी.’इस साल एक मार्च को बेंगलुरु रामेश्वरम कैफ़े में एक ब्लास्ट हुआ था, जिसमें नौ लोग घायल हुए थे.