लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है. बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने गुरुवार को बीजेपी का दामन थाम लिया. इनके साथ राष्ट्रीय जनता दल के नेता एवं पूर्व लोकसभा उम्मीदवार उपेंद्र प्रसाद ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया. बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और संजय मयूख की मौजूदगी में अनिल शर्मा और उपेंद्र प्रसाद ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की.
बिहार में दुखी हैं कांग्रेस के नेता
विनोद तावड़े ने कहा कि बिहार में कांग्रेस अपनी पार्टी को खुद खत्म करने पर तुली हुई है, कांग्रेस आलाकमान बिहार प्रदेश पर जिस तरह से अपने फैसले थोप रही है, उससे कांग्रेस के नेता बिहार में दुखी हैं. वहीं उपेंद्र प्रसाद अपने इलाके के मजबूत नेता हैं. इन नेताओ के आने से पार्टी को बल मिलेगा और उन्हें विश्वास है कि इन नेताओं की क्षमता का सदुपयोग करते हुए पार्टी विकसित भारत की दिशा में और मजबूती से काम करेगी.
अनिल शर्मा का कांग्रेस आलाकमान पर गंभीर आरोप
भाजपा में शामिल होने के बाद बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, दोनों ही नेता घोर साम्प्रदायिक नजरिया रखते हैं. सोनिया गांधी अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम के न्योते को ठुकरा देती हैं, लेकिन ईसाई धर्म के कार्यक्रम के लिए पार्टी के दो बड़े नेताओं को इटली भेजती हैं. उन्होंने राहुल गांधी की भी कड़ी आलोचना की.
‘टिकट देने के लिए मांगे गए पैसे’
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के नेता एवं पूर्व लोकसभा उम्मीदवार उपेंद्र प्रसाद ने बीजेपी में शामिल होने के बाद लालू यादव पर भ्रष्टाचार और परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली बार वह महागठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े थे, जिसमें सबसे कम अंतर से हारने वालो में बिहार में वह तीसरे नंबर पर थे, लेकिन इस बार उन्हें टिकट देने के लिए पैसे मांगे गए इसलिए उन्होंने आरजेडी छोड़ने का फैसला किया.