सांपों के जहर के मामले में उत्तर प्रदेश स्थित नोएडा की जेल में बंद एल्विश यादव का फोन जहर वाली पार्टी के राज खोल रहा है. बता दें एल्विश यादव के फोन पर मामले की जांच टिकी है.
नोएडा पुलिस एल्विश यादव के सोशल मीडिया अकाउंट और उन पर की गई चैट्स को डिकोड करने में जुट गई है. नोएडा पुलिस को एल्विश यादव के व्हाट्सएप से कई पार्टी ग्रुप्स की जानकारी मिली है. इन ग्रुप में लेट नाईट पार्टियों को लेकर चैट्स होती थी.
नोएडा पुलिस चैट्स के डिटेल को खंगाल रही है. कुछ वीडियो भी इन व्हाट्सएप ग्रुप से नोएडा पुलिस के हाथ लगे हैं जिनकी लोकेशन को ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है. इस काम में नोएडा पुलिस फोरेंसिक टीम की मदद भी ले रही है.
नोएडा पुलिस ने एक लिस्ट तैयार की
व्हाट्सएप ग्रुप को खंगालने के बाद नोएडा पुलिस ने एक लिस्ट तैयार की है. आरोप है कि एल्विश इस लिस्ट में उन लोगों के नाम है नाईट पार्टी को लेकर जिनके संपर्क में रहता था. इस लिस्ट में जिन लोगों के नाम दर्ज हैं उन्हें जल्द पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा.
एल्विश यादव केस में जल्द कुछ और गिरफ्तारियां तय मानी जा रहीं हैं. अभी तक इस केस में फाजिलपुरिया के अलावा किसी सेलेब्रिटी का नाम सीधे तौर पर सामने नहीं आया है.
केस में फाजिलपुरिया के रोल की भी तफ्तीश की जा रही है. जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया गया उनमें से ईश्वर का खुद का बैंक्वेट हॉल था जहाँ वो सांपो और उनके विष को बुलवाता था.
गिरफ्तार आरोपी राहुल के संपर्क में
ईश्वर पहले से गिरफ्तार आरोपी राहुल के संपर्क में था. विनय ईश्वर का खास दोस्त है ईश्वर और विनय आपस में साठगांठ थी, दोनों सांपो के विष का गैरकानूनी कारोबार करते था. अभी तक किन पार्टी और कितने लोगों को इन्होंने सांपो का विष मुहैया करवाया इसकी जांच की जा रही है.
नोएडा पुलिस उन बैंक्वेट हॉल और उन फार्म हाउस की पहचान कर रही है जहां सांपो के जहर वाली पार्टी आयोजित की जा रही थी. नोएडा पुलिस की एक अलग टीम एल्विश यादव और इस मामले से जुड़े अन्य आरोपियों की ट्रांसजेक्शन को खंगाल रही है.