योग केंद्र का शुभारंभ करते नीतीश-तेजस्वी।
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बिहार में विपक्षी एकता को लेकर बैठक जल्द ही होने वाली है। सीएम नीतीश कुमार ने सीएम ममता बनर्जी का अनुरोध स्वीकार कर लिया है। शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान नीतीश कुमार ने ऐसे संकेत दिए। संभवना ही कर्नाटक चुनाव के बाद पटना में विपक्ष की ताकत दिखे। विपक्ष एकता को लेकर पटना में बैठक करने की बात को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग सभी नेताओं के साथ मिलकर बातचीत कर रहे हैं। अभी कुछ और लोगों से बातचीत होनी है। इसके बाद तय हो जायेगा कि कहां पर बैठक होगी। बहुत लोगों की राय है कि बैठक पटना में होनी चाहिए। सभी लोगों की राय से यह सब तय होगा।
सीएम नीतीश ने कहा कि सभी लोग अगर चाहेंगे तो बिहार में जरुर बैठक होगी। अभी एक राज्य में चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। कई दल उस चुनाव में लगे हैं चुनाव के बाद यह सब होगा। बिहार में सभी पार्टियों के साथ मीटिंग होगी तो यह खुशी की बात होगी। जो भी होगा वह सभी लोगों की राय से ही होगा। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से हुई मुलाकात के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी तबीयत खराब थी। दिल्ली में भी हमने उनसे मुलाकात की थी। अब यहां आये हैं तो हमारी उनसे मुलाकात हुई है।
जानिए, कोलकाता ने ममता बनर्जी ने नीतीश कुमार से क्या रिक्वेस्ट किया था
दरअसल, 24 अप्रैल को जब सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता को लेकर कोलकाता गए थे तो ममता बनर्जी उनसे रिक्वेस्ट किया था। ममता बनर्जी ने कहा कि हम लोगों ने नीतीश जी से रिक्वेस्ट किया है कि जिस तरह से जेपी मूवमेंट की शुरुआत बिहार से हुई थी। अगर हमलोग बिहार में सभी पार्टी मिलकर मीटिंग करें। कहां जाना है? क्या करना है? क्या मेनिफेस्टो बनाना है? यह सब बाद में तय करेंगे। लेकिन पहले एक मैसेज देना है कि हमलोग सब एक साथ हैं। मेरा इसमें कोई एतराज नहीं है।
अगले लोकसभा के चुनाव से पहले पूरी तैयारी करनी है
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था विपक्ष एकता पर हमलोगों की जो बातचीत हुई, वह मुख्य रूप से यह है कि हमलोगों को ज्यादा से ज्यादा सभी पार्टियों के साथ मिलकर कर अगले लोकसभा के चुनाव से पहले पूरी तैयारी करनी है। नीतीश कुमार ने कहा कि सभी लोग आपस में बैठकर बातचीत करें और आगे का सब कुछ तय करें। देश हित में आगे जो कुछ भी करना है इस पर विचार कर लें।