उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 51 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है, वहीं पांच सीटें गठबंधन में जाने की उम्मीद है. इसके बाद बची हुई 24 सीटों को लेकर टिकटों पर मंथन के लिए आज दिल्ली में कोर कमेटी की बैठक होनी है. इस बैठक के बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी जिसमें भाजपा कोर कमेटी के फाइनल किए नामों पर मुहर लगा सकती है. इस मुहर के बाद जल्द ही नामों का ऐलान भी हो जाएगा.
इन सीटों के दावेदारों की धडकने बढ़ीं.
जिन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की चर्चा होनी है उसमें से कुछ ऐसी सीटें हैं जहां कई टिकट कट सकते हैं. इनमें मौजूदा सांसदों की धड़कने बढ़ी हुई हैं. इनमें प्रमुख तौर पर रीता बहुगुणा जोशी, मेनका गांधी ,वरुण गांधी , जनरल बीके सिंह , रमापति राम त्रिपाठी, बृजभूषण शरण सिंह, संघमित्रा मौर्य, सत्यदेव पचौरी , संतोष गंगवार जैसे बड़े नाम है.
इन सीटों पर होगा मंथन
जिन सीटों पर कोर कमेटी की बैठक में मंथन होना है उसमें मुरादाबाद, अलीगढ़ , कानपुर , मछली शहर , गाजीपुर , बलिया , बहराइच , भदोही, देवरिया , मैनपुरी, , गोंडा , कौशांबी , रायबरेली , प्रयागराज , कैसरगंज , गाजियाबाद , मेरठ , हाथरस , फिरोजाबाद , पीलीभीत , बरेली , सुल्तानपुर , बदायूं तथा फूलपुर जैसी सीटें हैं. इनमें कई ऐसी सीटें हैं जहां प्रत्याशियों के बदलने की चर्चाएं सामने आ रही हैं.
ये सीटें गई गठबंधन के खाते में
भारतीय जनता पार्टी में अपने गठबंधन के सहयोगों को जो 5 सीटें दी हैं उसमें राष्ट्रीय लोकदल को बिजनौर और बागपत की सीट मिली है , सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को घोसी की सीट मिली है , अपना दल (एस) को मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज की सीट मिलनी है. इसके अलावा निषाद पार्टी के सिंबल पर कोई सीट न देकर, निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को भाजपा ने अपने सिंबल पर संतकबीर नगर से प्रत्याशी बनाया है. हालांकि संजय निषाद भी कुछ समय से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं और अपने सिंबल पर भी सीट पाने के प्रयासरत हैं.