आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने रविवार को पटना में बीपीएससी परीक्षार्थियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, “कल जो बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ इस ठंड के मौसम में कार्रवाई हुई, इमरजेंसी से भी बुरे दौर की याद दिलाती है.”
उन्होंने कहा, “तेजस्वी के मन में कुछ ब्लू प्रिंट है कि अगर हम सत्ता में आए तो बीपीएससी में कौन सी चीज़ें होंगी या इन छात्रों को कौन सी रियायत दी जाएगी. लेकिन मौजूदा सरकार की भी कुछ जिम्मेदारियां हैं.”उन्होंने कहा, “ये ‘चांद का टुकड़ा’ नहीं मांग रहे हैं, आज आप रिलीफ़ नहीं देंगे, कल हम ज़रूर इनके लिए व्यवस्था करेंगे. जब सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं होगा, सरोकार से परिवर्तन होगा.”
उन्होंने मांग की है, “मुख्यमंत्री इस मामले पर सीधा हस्तक्षेप करें और इन छात्रों को रिलीफ़ दें.”उधर जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी लाठीचार्ज को ग़लत बताया और कहा, “प्रदर्शन बंद नहीं होगा.”
पुर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि लाठीचार्ज के मामले में उन्होंने बिहार के गवर्नर से सीधे बात की है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि डीएम एसपी से बात करेंगे कि लाठीचार्ज क्यों किया गया.रविवार शाम प्रदर्शनकारी छात्रों के उग्र होने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया. इसमें कुछ छात्र घायल हुए हैं.
बीपीएससी की 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) परीक्षा को लेकर 18 दिसंबर से ही परीक्षार्थी पटना में गांधी मैदान के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों ने परीक्षा में अनियमितताओं, प्रश्न पत्र के स्तरहीन होने और कोचिंग संस्थानों के मॉडल पेपर से सवालों के मेल खाने का आरोप लगाया है. परीक्षार्थी पूरी परीक्षा रद्द कर इसे दोबारा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं.