कानपुर में एक जिम ट्रेनर ने कारोबारी की पत्नी की हत्या कर उसके शव को डीएम आवास के बगल में बने सरकारी कंपाउंड में दफना दिया था. इस हत्याकांड ने कई सवालों को जन्म दिया है कि आखिर कैसे शहर के सबसे सुरक्षित जगह जहां अधिकारियों के आवास है, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है. बावजूद एक शख्स अपनी कार में लाश को लेकर जिलाधिकारी आवास के बाजू में बने एक सरकारी कैंपस दफनाया. शव के बरामद होने के बाद अब इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है.
कानपुर में कारोबारी की पत्नी के शव का डीएम आवास के पास से बरामद होने के मामले में विपक्ष सरकार पर हमलावर है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस हत्याकांड पर सवाल उठाते हुए योगी पर बड़ा हमला बोला है. अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि, एक हत्या का साहस और फिर ज़िलाधिकारी के आवास के पास लाश को दफ़नाने का दुस्साहस बताता है कि गुनाह करनेवाले भाजपा राज में कैसे बेख़ौफ़ अपराध कर रहे हैं.
आपको बता दें कि, कानपुर पुलिस ने कारोबारी की पत्नी की एकता हत्या का खुलासा कर आरोपी गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इस हत्याकांड ने कानपुर में सुरक्षा व्यवस्था और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर एक शख्स अपनी कार में लाश लेकर सरकारी कैंपस तक कैसे पहुंचा.
डीएम आवास के बिल्कुल बगल में जहां से एकता की लाश बरामद हुई वहां गड्ढ़ा कब और किसने खोदा. सरकारी आवास के पास इतना बड़ा कांड हो गया औऱ किसी को कानों-कान खबर कैसे नहीं हुई. इस हत्याकांड ने कानपुर पुलिस को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया. सवाल कई हैं जिनके जवाब मिलना बाकी है. बहरहाल इस मामले में सियासत भी होनी शुरू हो गई है.