विदेश मंत्रालय ने ग़ज़ा में संयुक्त राष्ट्र के लिए काम कर रहे रिटायर्ड कर्नल वैभव अनिल काले की मौत पर दुख जताया है.
कर्नल वैभव काले यूएन डिपार्टमेंट ऑफ़ सेफ्टी एंड सिक्योरिटी में काम करते थे. काले यूएन के अन्य सदस्यों के साथ गाड़ी से रफ़ाह के पास यूरोपियन अस्पताल की ओर जा रहे थे, लेकिन उसी समय उनकी गाड़ी हमले की चपेट में आ गई.
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि संघर्ष शुरू होने के बाद ये पहला मौक़ा था, जब अंतरराष्ट्रीय यूएन कर्मी की मौत हुई.
विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में जारी बयान में कहा है, “यूएन डिपार्टमेंट ऑफ़ सेफ़्टी एंड सिक्योरिटी के लिए सिक्योरिटी कॉर्डिनेशन ऑफ़िसर रिटायर्ड कर्नल अभिनव काले के निधन पर हम बेहद दुखी हैं. हमारी संवेदनाएं उनके परिवार और करीबियों के साथ हैं.”
विदेश मंत्रालय ने बताया है कि न्यूयॉर्क स्थित भारत के परमानेंट मिशन और तेल अवीव और रामाल्लाह में भारतीय दफ़्तर उनके पार्थिव शरीर को भारत लाने के लिए पूरा सहयोग दे रहे हैं. साथ ही इस हादसे की जांच के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं.