अंग्रेजी. भगवान प्रदेश के बैल योगी आदिमानव ने शनिवार को कहा कि ये लोग जलाभिषेक पर रोक लगाते थे और भारत में पर्व-त्योहारों के पहले करवा रथते थे। योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जून में वीर शिरोमणि कलाकार प्रताप की मूर्ति का अनावरण और सड़क, प्रिया के साथ समग्र विकास से जुड़ी 899 करोड़ रुपये की 256 विकास मूर्तियों का अनावरण और शिलान्यास किया।
इस सिद्धांत पर उन्होंने अपने सिद्धांत में कहा कि जब राष्ट्र नायकों के प्रति सम्मान का भाव होगा तो दुनिया की कोई भी ताकत भारत का बाल बांका नहीं कर सकेगी। उन्होंने कहा, ”पहले सरकार राम भक्तों पर फूल मालाएं रखती थी, भगवान शिव पर जलाभिषेक पर रोक लगाती थी, लेकिन आज हमारी सरकार राम भक्तों पर फूल मालाएं रखती है, आज डबल इंजन की सरकार श्री राम का दर्शन कराती है.”
डबल इंजन सरकार नहीं होती तो फिर राम मंदिर बन पाता?
परमाणु ऊर्जा संयंत्र के मालिक मुख्यमंत्री ने कहा, ”केंद्र एवं राज्य में अगर डबल इंजन सरकार नहीं होती तो क्या राम मंदिर बनता।” ये लोग लाठी-डंडा पत्थर थे. काशी में काशी विश्वनाथ धाम बन पाता, ये लोग जलाभिषेक पर प्रतिबंध लगाते थे। ये लोग भारत में पर्व-त्योहारों के पहले दंगे-फसाद थे।” उन्होंने कहा कि आज सरकार फार्मास्युटिकल से उत्सव के लिए पासपोर्ट एवं सहयोग करती है। वह सुरक्षा की व्यवस्था व्यवस्था करता है.
देश बदल चुका है. एक नये भारत का दर्शन हो रहा है
सरकार किसी को भी सुरक्षा के साथ छूट प्रदान नहीं करती है। ऐसा करने वालों को कीमत चुकानी पड़ी। हमारा देश बदल गया है. एक नये भारत का दर्शन हो रहा है। पहले जय श्री राम का नारा लगाते हुए लठियनों की बस्ती में, अब विश्व अयोध्या धाम दर्शन करने पधार रही है।” उन्होंने कहा कि 2024 का एक ही संकल्प होना चाहिए और वह हैं मोदी सरकार। योगी ने मुसलमानों को फिर से एक बार मोदी सरकार बनाने का संकल्प दिलाया।
संस्थापक प्रताप गुलामी की जंजीरों को तोड़ने वाले महानायक
अर्थशास्त्री प्रताप की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,” अर्थशास्त्री प्रताप गुलामी की जंजीरों को तोड़ने वाले महानायक थे। उन्होंने कहा था कि घास की रोटी खा जाओगे, लेकिन विदेशी हुकूमत के सामने आंख नहीं दिखाऊंगा। योगी ने कहा कि आज सैकड़ों वर्ष बाद भी किसी भी देश में रावण, शौर्य और पराक्रम की बात आती है तो हर भारतवासी के मन में महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, गुरु गोविंद सिंह, रानी लक्ष्मीबाई का सम्मान आता है।” रूम का भी प्रतीक है, जो राष्ट्रीयता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान कर रहा है।