इसराइल के युद्ध कैबिनेट मंत्री बेनी गैन्ट्ज़ ने देश की आपातकालीन सरकार से इस्तीफ़ा दे दिया है.
इस क़दम को प्रधानमंत्री बिन्यमिन नेतन्याहू के युद्ध के बाद ग़ज़ा को लेकर प्लान पर दोनों के बीच गहराते मतभेद के रूप में देखा जा रहा है.
रविवार को तेल अवीव में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गैन्ट्ज़ ने अपने इस्तीफ़े की घोषणा की. उन्होंने कहा कि ये फ़ैसला उन्होंने ‘भारी मन से लिया है.’
गैन्ट्ज़ ने कहा, ” दुर्भाग्य से नेतन्याहू हमें सच्ची जीत तक पहुंचने से रोक रहे हैं, जो कि मौजूदा संकट को खत्म करने के लिए उचित है.”
नेतन्याहू के लिए आने वाले चुनाव में संभावित चुनौती माने जाने वाले गैन्ट्ज़ ने नेतन्याहू से देश में चुनाव की तारीख तय करने का आह्वान किया.
उनके इस्तीफ़े पर नेतन्याहू ने एक्स पर लिखा, “बेनी,ये अभियान छोड़ने का समय नहीं है, यह सेना में शामिल होने का समय है.”
सोशल मीडिया पर इसराइल के विपक्ष के नेता येर लिपिड ने गैन्ट्ज़ का समर्थन करते उनके फ़ैसले को “ज़रूरी और सही” बताया.
गेन्ट्ज़ के इस्तीफ़े के तुरंत बाद धुर दक्षिणपंथी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-गविर ने युद्ध कैबिनेट में जगह की मांग की.
बेन-गविर एक दक्षिणपंथी गठबंधन का हिस्सा हैं. गठबंधन ने धमकी दी है कि अगर इसराइल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार करता है तो वह सरकार छोड़ देगा और सरकार गिरा देगा.