लोकसभा चुनाव से पहले मक्कल निधि मय्यम (MNM) के संस्थापक कमल हासन ने पीएम मोदी को लेकर बयान दिया है. उन्होंने गुरुवार (21 मार्च) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार अभी तक फासीवादी नहीं हुई है, लेकिन वह उसकी तरफ बढ़ रही है. हासन ने कहा कि वर्तमान में बीजेपी की सरकार जिस रास्ते पर चल रही है, वह कोई नया नहीं है और इसकी स्क्रिप्ट पहले से ही लिखी हुई है.
चेन्नई में द हिंदू के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “मैं कह रहा हूं कि वे अभी भी फासीवादी नहीं हैं, लेकिन वे उस दिशा में जा रहे हैं. उन्हें फासीवादी कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी, लेकिन खतरे की घंटी बजाना जरूरी है. वे बदल सकते हैं, लेकिन मुझे उनमें बदलाव का कोई संकेत नहीं दिखता. हमने यह पैटर्न पहले भी देखा है. वे कुछ भी नया नहीं कर रहे हैं.”
‘यह समय राजनीतिक करियर को आगे बढ़ाने का नहीं’
लोकसभा चुनाव के लिए एमएनएम ने DMK के साथ गठबंधन किया है. हासन ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह समय मेरे लिए अपने राजनीतिक करियर को आगे बढ़ाने के बारे में सोचने का नहीं है. उन्होंने कहा, ”मैं अपनी पार्टी की प्रगति और अपने राजनीतिक करियर को आगे बढ़ाने के लिए आगे बढ़ सकता था, लेकिन यह सही समय नहीं है.”
‘मैं महात्मा गांधी का प्रशंसक’
एमएनएम प्रमुख ने कहा, “मैं महात्मा गांधी का प्रशंसक हूं और उन्होंने कहा था कि आजादी के बाद कांग्रेस को भंग किया जा सकता है, क्योंकि उसका उद्देश्य पूरा हो गया है और मैं भी उसी मानसिकता का हूं. हासन ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि भविष्य की राजनीति तय करेगा.
उन्होंने कहा, ”मैं आसानी से तीन या चार सीटों की मांग कर सकता था लेकिन इस गठबंधन को मजबूत करना हमारे लिए अधिक महत्वपूर्ण था.” जब उनसे पूछा गया कि अतीत में डीएमके की कठोर आलोचना करने के बाद वह उसके साथ क्यों खड़े हैं तो उन्होंने कहा कि फिलाहल हमारे सामने महत्वपूर्ण लड़ाई है , जो पूरे देश के लिए है.