मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले आम बजट के बाद शेयर मार्केट में गिरावट देखने को मिली, हालांकि कुछ ही समय बाद बाजार में रिकवरी दिखाई दी.
बजट भाषण ख़त्म होते ही सेंसेक्स एक हज़ार अंक से ज़्यादा गिर गया था. हालांकि बाद में संभल गया. निफ्टी में भी शुरू में 200 से ज़्यादा अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी.
बाज़ार को उम्मीद थी कि सरकार उद्योग धंधों पर ज़्यादा उदारता दिखाएगी और जीएसटी में छूट देगी. लेकिन यह छूट सोने-चांदी और कुछ ख़ास दवाइयों तक सीमित रही.
इसके अलावा इनकम टैक्स में भी कोई छूट नहीं दी गई है. यानी मध्यवर्ग के पास पैसे बहुत बचेंगे नहीं. यानी ख़र्च करने के लिए बहुत पैसे नहीं होंगे. सरकार ने सोशल सेक्टर पर ध्यान दिया है कि लेकिन रेलवे और डिफेंस में कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई.