कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन के अपने साथी दलों को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें कहा गया है कि ये लोकसभा चुनाव ‘लोकतंत्र और संविधान’ बचाने की लड़ाई है और चुनाव आयोग की साख ‘निम्नतम स्तर’ पर है.
इस चिट्ठी में खड़गे ने लिखा- “पहली बार पहले और दूसरे चरण के मतदान के अंतिम प्रतिशत आने में इतनी देरी की गई है. मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि तीसरे चरण के लिए वोटरों की लिस्ट भी जारी नहीं की गई है जो परेशान करने वाली बात है.”
“इन सारी चीज़ों से चुनाव आयोग के काम करने के तरीके पर गहरा संदेह पैदा होता है. चुनाव आयोग एक ऐसी संस्था है जिसे आम लोगों की सामूहिक कोशिशों से बनाया गया है.”
“पहले चुनाव आयोग 24 घंटे के भीतर कितने फीसदी वोट हुए हैं, ये बता देता था लेकिन इस बार ये देरी क्यों? इसके लिए आयोग ने कोई सफाई नहीं दी. देरी के बाद भी आयोग का जो डेटा सामने आया है उसमें कई अहम जानकारियां नहीं दी गई हैं. चुनाव आयोग को हर पोलिंग स्टेशन पर कितने फीसदी वोट हुए इसकी जानकारी भी देनी चाहिए.”
“मैं आप सभी से अपील करता हूं कि इस तरह की गड़बड़ियों के लिए एक साथ मिलकर आवाज़ उठाएं.”
बीते दो चरणों के मतदान के बाद चुनाव आयोग ने दो दिन बाद कुल वोटिंग प्रतिशत का डेटा जारी किया था.
इसमें भी सीटों पर कितनी संख्या में वोट पड़े ये डेटा जारी नहीं किया गया. इसे लेकर विपक्षी पार्टियां और पारदर्शिता के लिए काम करने वाले कुछ कार्यकर्ता चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं.