पंचांग के अनुसार, आश्विन माह की अमवस्या यानि 2 अक्टूबर 2024 को वर्ष का अंतिम सूर्ये ग्रहण लगने वाला है.यह सूर्ये ग्रहण रात 9:13 बजे शुरू होगा और 3 अक्टूबर को सुबह 3:17 बजे खत्म होगा. धार्मिक दृष्टिकोण में ग्रहण का विशेष महत्व होता है. माना जाता है की ग्रहण के समय वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा अधिक होती है. जिसका असर हर चीज पर पड़ता है और गर्भवती महिलाओं को इस दौरान विशेष ध्यान रखने की सलहा दी जाती है.
प्रेगनेंसी का समय महिलाओं के लिए बहुत ही नाजुक समय होता है क्योकि इस दौरान उन्हें खुद के साथ-साथ होने वाले बच्चे के स्वास्थय का भी विशेष ध्यान रखना होता है. ग्रहण के दौरान सूर्ये से हानिकारक किरणे निकलती है. इससे गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत से जुड़ी समस्या की आशंका बन जाती है.
इन बातों का रखें ख्याल-
- गर्भवती महिलाओं को कोई भी ग्रहण नहीं देखना चाहिए. ऐसा करने से महिला और उनके बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पढ़ सकता है.
- गर्भवती महिलाओं को सूर्ये ग्रहण के दौरान बाहर निकलने से बचना चाहिए. मान्यता है की इससे बच्चे में शारीरिक दोष उत्पन होता है इसलिए ग्रहण की छाया भी बच्चे पर नहीं पड़ने देना चाहिए.
- गर्भवती महिलाओं को इस बात का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए की ग्रहण के समय सोना वर्जित बतया गया है. इसलिए ग्रहण के समय सीधे बैठे और लेटना बिलकुल मना है.
- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भूलकर भी चाकू-कैंची या किसी भी धारदार चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
- ऐसी मान्यता है की ग्रहण के दुष्प्रभाव से भोजन दूषित हो जाता है,इसलिए गर्भवती महिलाओं को सूर्ये ग्रहण के दौरान भोजन करने से बचना चाहिए. साथ ही पहले से रखें पके हुए भोजन पर तुलसी की पत्तियां या गंगा जल दाल दें.