उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी अरुण कुमार सिंह ने सरेंडर कर दिया है. पुलिस ने दावा किया कि आरोपी ने कौशांबी पुलिस के दबाव के बाद यूपी STF के सामने सरेंडर किया.
आरोपी अरुण कुमार के सरेंडर के बाद यूपी STF ने उसे मंझनपुर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया. इस मामले में एसटीएफ पहले ही तीन आरोपियों की गिरफ्तार कर चुकी है, जिसके बाद अब अरुण कुमार के सरेंडर को भी बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है. इस घटना के बाद काफी हंगामा देखने को मिला था. पेपर लीक से नाराज छात्रों ने कई जगह प्रदर्शन किए थे.
पेपर लीक के बाद परीक्षा रद्द
दरअसल बीते माह ही यूपी में बड़े स्तर यूपी पुलिस सिपाही भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसके बाद छात्रों ने पेपर लीक का आरोप लगाया, इसके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसमें परीक्षा से पहले ही छात्रों को पेपर मिलने के दावे किए गए थे. इस मामले पर सियासत भी खूब देखने को मिली थी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे.
इधर पेपर लीक की घटना से नाराज छात्रों ने प्रदेश कई हिस्सों में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए. अभ्यार्थियों की नाराजगी को देखते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस परीक्षा को रद्द करते हुए छह महीने के भीतर एक बार फिर से परीक्षा कराने के निर्देश दिए थे.
सीएम योगी ने साफ कर दिया था कि पेपर लीक मामले में आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी, जिसके बाद एसटीएफ टीम लगातार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही थी. पेपर लीक मामले में एसटीएफ की सख्त कार्रवाई को देखते हुए पूरे गिरोह में खौफ था, जिसके बाद इस मामले के मुख्य आरोपी अरुण कुमार सिंह ने सरेंडर कर दिया है.