केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर पर टिप्पणी के बाद हो रहे विवाद पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मामले पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधा है.
बसपा सुप्रीमो ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “कांग्रेस व बीजेपी एंड कंपनी के लोगों को बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की बजाय, उनका पूरा आदर-सम्मान करना चाहिए. इन पार्टियों के लिए इनके जो भी भगवान हैं उनसे पार्टी को कोई ऐतराज़ नहीं है.”
उन्होंने कहा, “दलितों व अन्य उपेक्षितों के लिए एकमात्र इनके भगवान केवल बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर हैं, जिनकी वजह से ही इन वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनी अधिकार मिले हैं, तो उसी दिन इन्हें सात जन्मों तक का स्वर्ग मिल गया था.”
मायावती ने कहा, “कांग्रेस, बीजेपी आदि पार्टियों का दलित व अन्य उपेक्षितों के प्रति प्रेम विशुद्ध छलावा है. इनसे इन वर्गों का सही हित व कल्याण असंभव है. इनके कार्य दिखावटी ज़्यादा, ठोस जनहितैषी कम हैं. बहुजन समाज व इनके महान संतों, गुरुओं, महापुरुषों को समुचित आदर-सम्मान बीएसपी सरकार में ही मिल पाया.
दरअसल, संविधान पर संसद में चल रही बहस के दौरान मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने बाबा साहेब आंबेडकर पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद विपक्ष इस मामले पर लगातार बीजेपी पर निशाना साध रहा है.
कांग्रेस ने अमित शाह की टिप्पणियों पर सख़्त ऐतराज़ जताया है और अमित शाह से माफ़ी की मांग की है.हालाँकि बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस जानबूझकर अमित शाह के भाषण के छोटे हिस्से को ही शेयर कर रही है और इसे विवाद का मुद्दा बना रही है.