हिमाचल प्रदेश के मंडी में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का जिक्र किया है. पीएम मोदी ने कहा, “मोदी ने समान नागरिक संहिता का संकल्प लिया है.”
“भारत का नागरिक भले ही वो हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो, ईसाई हो, बौद्ध हों, उनके लिए एक समान नागरिक कानून होने चाहिए.”
पीएम मोदी ने कहा, “लेकिन कांग्रेस समान नागरिक संहिता का विरोध कर रही है.”
“कांग्रेस मुस्लिम पर्सनल लॉ के बहाने शरिया को समर्थन देती है. क्या देश को ऐसी कांग्रेस मंजूर है क्या.”
बीजेपी ने लोकसभा चुनावों के लिए जारी किए गए अपने संकल्प पत्र में समान नागरिक संहिता का वादा किया है.
इस साल फरवरी में उत्तराखंड की विधानसभा में समान नागरिक संहिता विधेयक पारित हुआ है. समान नागरिक संहिता विधेयक पास करने वाला उत्तराखंड भारत का पहला राज्य बन गया है.
उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में बीजेपी की सरकार है. कांग्रेस ने उत्तराखंड सरकार के इस विधेयक का विरोध किया था.
जब इस विधेयक को सदन में पेश किया गया तो कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि बीजेपी सरकार लोकतंत्र को नहीं समझ रही है और संवैधानिक मूल्यों की हत्या कर रही है.