भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में भाजपा की चुनावी रैली में एक बार फिर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसी पार्टियों पर मुसलमानों के तुष्टिकरण का आरोप लगाया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदाताओं से बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लेने की अपील भी की.
उन्होंने समाजवादी पार्टी की पूर्व सरकार पर दबंगई और गुंडागर्दी को बढ़ावा देने के आरोप लगाये और दावा किया कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार में अपराधियों की हिम्मत नहीं है कि वो नागरिकों का अमन-चैन बिगाड़े.
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और सपा जैसी पार्टियों ने मुसलमानों के लिए कभी कुछ नहीं किया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “कांग्रेस और सपा जैसी पार्टियों ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की और मुसलमानों के राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक उत्थान के लिए कभी कुछ नहीं किया.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जब मैं पसमांदा मुसलमानों की मुसीबत की चर्चा करता हूं, तो इनके बाल खड़े हो जाते हैं. क्योंकि ऊपर के लोगों ने मलाई खाई और पसमांदा मुसलमानों को उनके हालात पर जीने के लिए मजबूर कर दिया गया है.”
रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण को लेकर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी.
बांसवाड़ा में मोदी ने कहा था कि कांग्रेस की सरकार आई तो वह लोगों की संपत्तियां लेकर अधिक बच्चे वालों और घुसपैठियों में बांट देगी.
प्रधानमंत्री ने साल 2006 में दिए गए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का संदर्भ लेते हुए कहा था कि कांग्रेस कहती है कि भारत के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है.
रविवार को बांसवाड़ा में मोदी ने कहा था, “पहले जब उनकी सरकार थी तब उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है, इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बांटेंगे- जिनके ज़्यादा बच्चे हैं उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे. क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंज़ूर है ये?”
मोदी ने कहा, “ये कांग्रेस का मेनिफेस्टो कह रहा है कि वो मां-बहनों के सोने का हिसाब करेंगे, उसकी जानकारी लेंगे और फिर उसे बांट देंगे और उनको बांटेंगे जिनको मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. भाइयों बहनों ये अर्बन नक्सल की सोच, मेरी मां-बहनों ये आपका मंगलसूत्र भी बचने नहीं देंगे, ये यहां तक जाएंगे.”
कांग्रेस ने राजस्थान में दिए गए प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान को मुसलमानों के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने वाला बताया है.
अब अलीगढ़ में अपनी रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार मुसलमान महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए काम कर रही है.
अलीगढ़ रैली में मोदी ने कहा, “इसी क्षेत्र में तीन तलाक़ से पीड़ित कितनी ही बेटियों का जीवन तबाह हो गया था. सिर्फ़ बेटियों का ही नहीं तीन तलाक़ के कारण मुसीबत में आई उस बेटी, उसके पिता, भाई परिवार सब परेशान हो जाते थे. मोदी ने तीन तलाक़ के ख़िलाफ़ क़ानून बनाकर उनका जीवन भी सुरक्षित किया है.”
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने भारत के मुसलमानों के लिए हज का कोटा भी बढ़वाया है.
उन्होंने ने कहा, “पहले हज कोटा कम होने की वजह से कितनी मारामारी होती थी. उसमें भी रिश्वतखोरी चलती थी और ज़्यादातर रसूखदार लोग ही हज जाने का मौक़ा पाते थे. मैंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस से आग्रह किया था कि हमारे भारत के मुसलमान भाई बहनों के लिए हज का कोटा बढ़ायें, आज ना सिर्फ़ भारत का हज का कोटा बढ़ा है बल्कि वीज़ा नियमों को भी आसान बनाया गया है.”
उन्होंने कहा, “सरकार ने एक बहुत बड़ा अहम फ़ैसला लिया, पहले हमारी मुस्लिम माताएं-बहनें अकेले हज करने नहीं जा सकती थी, सरकार ने महिलाओं को बिना महरम हज जाने की अनुमति भी दी.”