उत्तर प्रदेश में पांच चरणों में चुनाव हो चुका है और अभी दो चरणों में चुनाव बाकी है. यूपी में छठे और सातवें चरण में होने वाले 27 सीटों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश में सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, अपना दल और निषाद पार्टी की भी अग्नि परीक्षा है. इन तीनों पार्टियों के पाले में गई हुई सीटों का चुनाव इन्हीं दोनों चरणों में होना है. तीनों दलों के नेताओं से लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी सीटों के साथ-साथ अपने गढ़ वाली सीटों में को एनडीए को दिलाने के लिए पूरी ताकत लगा दी है.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर घोसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद बीजेपी के सिंबल पर संत कबीर नगर से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा भदोही की सीट भी संजय निषाद ने बीजेपी के सिंबल पर अपने सहयोगी को दिलाई है. वहीं मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज की सीट अपना दल के खाते में गई है और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल खुद मिर्जापुर से चुनाव लड़ रही हैं. इसके साथ ही कई ऐसी सीटें हैं जहां राजभर समाज, निषाद समाज और पटेल समाज के लोगों की बड़ी संख्या है, जहां इन पार्टियों के दखल की बात कही जाती है.
भारतीय जनता पार्टी में इस बार 5 सीटें अपने एनडीए के साथियों को दी हैं. वहीं दो सीट पर अपने सिंबल से सहयोगी दल के साथी को चुनाव लड़ा रही है. बीजेपी ने दो सीटें राष्ट्रीय लोकदल को दी थी जो कि पश्चिमी यूपी की सीटें हैं. वहीं तीन सीटें अपने सहयोगी दलों को उनके सिंबल पर दी है. जिसमें एक सीट घोसी राजभर को दी गई है और दो सीट मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज अपना दल को दी गई है. वहीं निषाद पार्टी से समर्थित लोगों को बीजेपी अपने सिंबल पर संत कबीर नगर और भदोही में चुनाव लड़ा रही है.