भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न के मुक़दमे में आरोप तय होने पर आंदोलन करने वाली महिला पहलवानों ने बयान जारी किया है. महिला पहलवानों का कहना है कि बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ आरोप तय होना जीत की ओर एक क़दम है.
छह महिलाओं की तरफ़ से दाख़िल किए यौन उत्पीड़न के मुक़दमे में दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने आईपीसी की धारा 354 (महिलाओं से अभद्र व्यवहार) और 354ए (यौन उत्पीड़न) और धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत आरोप तय किए हैं.
ओलंपिक मेडल विजेता साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस बयान को शेयर किया है.इसमें कहा गया है, ”बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मुक़दमे में आरोप तय होने पर महिला पहलवान खुश हैं.”
”यह महिला पहलवानों के ख़िलाफ़ यौन अपराधों के मुख्य अपराधी के विरुद्ध चल रहे हमारे 18 महीने के आंदोलन में एक बड़ा मील का पत्थर है. यह आंदोलन जनवरी 2023 में शुरू हुआ और अब तक जारी है.”
”हमें न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है और हम निष्पक्ष सुनवाई और न्याय की आशा करते हैं.”बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से बीजेपी के सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष हैं.अदालत ने बृजभूषण शरण सिंह के अलावा कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर पर भी आरोप तय किए हैं.
अदालत ने कहा है कि उसे बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 354 (महिलाओं से अभद्र व्यवहार) और 354ए (यौन उत्पीड़न) और धारा 506 (आपराधिक धमकी) के पर्याप्त सबूत मिले हैं.तोमर के ख़िलाफ़ आईपीसी 506 के तहत आरोप तय किए गए हैं.