कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पार्टी को इनकम टैक्स विभाग से 1,823 करोड़ रुपये का नोटिस मिला है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दूसरी विपक्षी पार्टियों की तरह आईटी डिपार्टमेंट निशाना बना रही है. अजय माकन ने कहा कि बीजेपी ने टैक्स नियमों के गंभीर उल्लंघन किए हैं और उनसे 4,600 करोड़ रुपये की डिमांड आईटी को करनी चाहिए.
उन्होंने कहा, “हम लोगों को जो नोटिस आए हैं, उसमें सीताराम केसरी (1993-94 की डिमांड) के जमाने के नोटिस आए हैं, सीताराम केसरी के जमाने का 53 करोड़ का आया है. टोटल 1823 करोड़ की डिमांड आईटी ने कांग्रेस पार्टी से की है. देश में लोकतंत्र बच ही नहीं गई है.”
अजय माकन ने कहा, “बीजेपी के उल्लंघनों पर आँख बंद कर रहे हैं और हमारे हिसाब से वही बात बीजेपी पर लगाया जाए तो वो 4600 करोड़ बनता है. और कांग्रेस को गलत तरीके से फंसाकर सीताराम केसरी जी के जमाने का मिलाकर ऐसा कर रहे हैं. कहां की डेमोक्रेसी है? “
कांग्रेस ने आरोप लगाया, ” हमारे यहां डिमांड इस आधार पर की गई है कि पांच साल पहले कुछ डायरी चेलानी डायरे से रिकवर हुई थी. उन डायरी के अंदर में कुछ एंट्रीज है, जिसके आधार पर ये मांग की गई है. अब हम ये पूछना चाहते हैं कि चेलानी डायरी के आधार पर इनकम टैक्स विभाग जाग जाता है लेकिन जैन डायरी में आडवाणी जी के आधार पर क्यों नहीं टैक्स मांगा जाता है.”
येदियुरप्पा की डायरी के आधार पर इनकम टैक्स आंख बंद कर लेता है. जब वो पीछे के केसेज खोल रही है तो बंगारू लक्ष्मण के टाइम के केस क्यों नहीं खोले गए. क्यों केवल कांग्रेस के समय की डायरी याद आ रही है. सहारा-बिरला डायरी उनको ध्यान में नहीं आ रही है जिसमें मोदी जी के खुद का नाम है. उसको नजरअंदाज कर रहे हैं.”