इस संसार में धन की देवी लक्ष्मी की कृपा से धन, ऐश्वर्य, कीर्ति, वैभव की प्राप्ति होती है. मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए साधक तमाम पूजा, पाठ, मंत्र साधना और उपाय करते हैं. कहते हैं कि जिस पर धनलक्ष्मी का आशीर्वाद हो उसके वारे न्यारे हो जाते हैं. धर्म ग्रंथों में अष्टलक्ष्मी यानी लक्ष्मी जी के आठ स्वरूप का वर्णन है.
देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो रोजाना या फिर खासकर शुक्रवार को लक्ष्मी जी का पूजन कर आरती जरूर गाए. कल शुक्रवार है. इस दिन लक्ष्मी जी की आरती का पाठ बहुत ही लाभकारी माना जाता है, इस आरती से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बना रहता है, समस्त मनोकामना पूरी होती है.
लक्ष्मी जी की आरती (Maha Laxmi Aarti)
ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता।
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता।
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता।
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
सब बोलो लक्ष्मी माता की जय, लक्ष्मी नारायण की जय।
धन लक्ष्मी के उपाय (Laxmi Ji Upay)
- लक्ष्मीजी के किसी भी मंत्र का जप बुधवार या शुक्रवार से शुरू करें और नित्य कमल गट्टे की एक माला जाप करें. मान्यता है इससे आर्थिक तंगी नहीं झेलनी पड़ती.
- गाय को रोजाना ताजी रोटी खिलाएं. घर में काली चीटियों को आटे में शक्कर मिलाकर खिलाएं. इससे धनलक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती हैं.
- लक्ष्मी जी की कृपा के लिए हमेशा अपनी पत्नी को सम्मान दें, ताकि शुक्र ग्रह प्रसन्न होकर आपके घर पे धनवर्षा कर सके.