कांग्रेस ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के बयान पर आपत्ति जताई है. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने स्पीकर को पत्र लिखकर आपत्ति जताई.
उन्होंने पत्र में लिखा, “मैं इस पत्र को संसद की विश्वसनीयता पर प्रभाव डालने वाले एक बहुत ही गंभीर विषय के संदर्भ में लिख रहा हूं. कल यानी 26 जून को स्पीकर चुने जाने के बाद लोग आपको बधाई दे रहे थे. सदन में सौहार्द का माहौल था.”
”स्पीकर की कुर्सी से आपने अपने भाषण में 49 साल पहले लागू हुए आपातकाल का ज़िक्र किया जो काफी चौंकाने वाला था. इस तरह की राजनीतिक बयानबाजी संसद के इतिहास में चेयर से कभी नहीं की गई.”
वेणुगोपाल बोले- स्पीकर बनने के बाद अध्यक्ष ने जो ये पहला काम किया है, बहुत गंभीर है.उन्होंने लिखा, ”मैं राष्ट्रीय इंडियन कांग्रेस की ओर से संसद की परंपराओं का मजाक बनाने पर गहरी निंदा और दुख प्रकट करता हूं.”
स्पीकर बनने के बाद ओम बिरला ने सदन में कहा था, “भारत के इतिहास में 25 जून 1975 के उस दिन को हमेशा काले अध्याय के रूप में जाना जाएगा. इस दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाई. बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान पर प्रचंड प्रहार किया था. भारत की पहचान पूरी दुनिया में लोकतंत्र की जननी के तौर पर है. भारत में हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों और वाद-संवाद का समर्थन हुआ. उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया गया है.”गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी अपनी भाषण में आपातकाल का ज़िक्र किया.कांग्रेस ने इसपर भी आपत्ति जताई है.