भारत सरकार ने कुछ दिनों पहले ही अपनी नई इलेक्ट्रिक वेहिकल पॉलिसी (EV Policy) का ऐलान कर दिया था. इसके बाद से ही दिग्गज ईवी कंपनी टेस्ला (Tesla) के भारत आने की संभावना पर मुहर लग गई थी. अब टेस्ला की भारत में एंट्री पक्की हो गई है. अप्रैल के अंत में टेस्ला की ओर से एक टीम भारत आने वाली है. इस टीम का काम भारत में प्लांट लगाने के लिए सबसे मुफीद जगह की तलाश करना होगा. इस टीम की नजर महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु पर सबसे ज्यादा है.
2 से 3 अरब डॉलर का प्लांट लगाएगी
फाइनेंशियल टाइम्स ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि एलन मस्क (Elon Musk) के नेतृत्व वाली टेस्ला ने लगभग 2 से 3 अरब डॉलर का प्लांट भारत में बनाने का प्लान तैयार किया है. इस प्लान को जमीन पर उतारने के लिए एक टीम अप्रैल में भारत आने वाली है. दिग्गज इलेक्ट्रिक वेहिकल (Electric Vehicle) निर्माता टेस्ला की यह टीम कई राज्यों का दौरा कर प्लांट के लिए सबसे उपयुक्त जमीन की तलाश करेगी. टेस्ला की प्राथमिकता में वह राज्य हैं, जहां पहले से ही ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री मौजूद है.
टेस्ला की सेल में आई गिरावट
भारत आने की यह खबर उस समय आई है, जब टेस्ला की सेल में मार्च तिमाही में गिरावट दर्ज की गई है. टेस्ला ने बताया है कि उसने जनवरी से मार्च के बीच पूरी दुनिया में 386,810 गाड़ियां बेची हैं. यह पिछले वर्ष की सामान तिमाही के बिक्री आंकड़े 423,000 गाड़ियों से 9 फीसदी कम रही है. बिक्री में यह गिरावट टेस्ला के खिलाफ मजबूत हो रहे कम्पटीशन के चलते आई है. साथ ही नए ग्राहकों की संख्या भी कम हुई है. टेस्ला के मॉडल 3 और वाई की बिक्री सालाना आधार पर 10.3 फीसदी कम होकर 369,783 रह गई है. वहीं, टेस्ला एक्स, एस और साइबरट्रक की बिक्री 60 फीसदी बढ़कर 17,027 यूनिट पर पहुंच गई है.
मार्च में घोषित हुई थी भारत की ईवी पॉलिसी
भारत सरकार ने इसी साल मार्च में नई ईवी पॉलिसी घोषित करते हुए कहा था कि यदि कोई कंपनी देश में 50 करोड़ डॉलर का निवेश करती है और तीन साल में भारत में प्रोडक्शन शुरू कर देती है तो उसे इम्पोर्ट टैक्स में छूट दी जाएगी. टेस्ला ने पिछले साल जुलाई में कहा था कि वह भारत में लगभग 24 हजार डॉलर की कीमत वाली ईवी कार बनाना चाहती है. पिछले साल जून में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी.