विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली बॉक्सर परवीन हुड्डा का पेरिस ओलंपिक 2024 का सपना टूट सकता है. उन्हें वर्ल्ड एंटी-डोपिंग एजेंसी ने 12 महीने के अंदर तीन बार लोकेशन की जानकारी ना देने की वजह से सस्पेंड कर दिया है. जिसके चलते अब ओलंपिक 2024 में भारत बॉक्सर कोटे से एक कोटा खो सकता है.
क्या है पूरा मामला?
पिछले साल एशियाई खेलों में महिलाओं के 57 किलो भार वर्ग में ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली परवीन वाडा के नियमों के मुताबिक अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक बताने वाली अपनी लोकेशन की जानकारी देने में नाकाम रहीं. परवीन के कोच सुधीर हुड्डा ने पीटीआई को बताया- “वाडा ने उन्हें डेढ़ साल के लिए सस्पेंड कर दिया है. ये सस्पेंशन इसी महीने से शुरू हुआ है और नवंबर 2025 तक चलेगा.”
क्या कहता है नियम?
वाडा के रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल (आरटीपी) में शामिल खिलाड़ियों को रात में रुकने की जगह का पूरा पता, ट्रेनिंग, काम या अन्य नियमित गतिविधियों वाली जगहों के पूरे पते और हर गतिविधि का समय बताना होता है. साथ ही, आरटीपी खिलाड़ियों को हर तिमाही में एक दिन के 60 मिनट का समय बताना होता है, जिस दौरान वो डोप टेस्ट के लिए उपलब्ध रहें.
वाडा के नियमों के अनुसार, “12 महीने के अंदर तीन बार लोकेशन की जानकारी ना देना एक डोपिंग रोधी नियम का उल्लंघन माना जाता है. इस पर सामान्य तौर पर 2 साल का प्रतिबंध लगता है, हालांकि आपकी गलती के आधार पर इसे घटाकर 1 साल भी किया जा सकता है.”
ये दलील है परवीन हुड्डा के वकील की
परवीन के मामले को देख रहे वकील विदुषपत सिंघानिया का कहना है कि वो इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (आईटीए) के संपर्क में हैं और सजा को हटाने या कम करने की कोशिश कर रहे हैं. सिंघानिया ने कहा- “हम आईटीए और वाडा ओम्बुड्समैन सहित कई पक्षों के संपर्क में हैं. हम बिना किसी सजा या कम सजा के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं.”
विदुषपत सिंघानिया ने आगे कहा- “हम चाहते हैं कि वो लोकेशन की जानकारी ना देने के नोटिस को वापस ले लें, ऐसा होने पर कोई सजा नहीं होगी. हम ओलंपिक कोटा स्थान की वजह से इसे जल्द से जल्द अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं.”