कांग्रेस में जाते-जाते निर्दलीय रहने के बाद पूर्णिया की जनता ने जिस नेता पर भरोसा जताया, वह टूटता नजर आ रहा है। निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को वीडियो मैसेज पर पांच-छह दिन जिंदा रहने का अल्टीमेटम देने वाला शख्स खुद उनकी पुरानी पार्टी- जन अधिकार पार्टी का पुराना समर्थक बताया जा रहा है। यह कोई और नहीं, पुलिस बता रही है। वीडियो भेजने वाले शख्स तक आईटी-इंटेलिजेंस से पहुंची पुलिस टीम के सामने उस शख्स ने खुलासा किया है कि इस पूरे कांड के लिए उसे दो लाख रुपए मिलने थे। क्यों? का जवाब उसने दिया है- ताकि, सांसद की सुरक्षा बढ़ाई जा सके।
पूर्णिया एसपी ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में राम बाबू ने बताया महीने भर पहले सांसद के करीबी समर्थक ने कॉल कर धमकी भरा वीडियो बनाने को कहा था और बताया था कि सांसद को ‘जेड’ सिक्योरिटी की सुरक्षा दिलानी है। इसलिए ऐसा करना जरूरी है। इसके बदले उसे दो लाख रुपए मिलने थे।