एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में 50 मिलियन लोग यानी करोड़ों लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं. इस बीमारी में हड्डी टूटने का डर भी बना रहता है. 70 साल की उम्र के बाद इस बीमारी का जोखिम दोगुना बढ़ जाता है. आइए जानें इस बीमारी के लक्षण और बचाव का तरीका.
सार्कोपेनिया के लक्षण
किसी भी चीज को पकड़ पाने में तकलीफ
मांसपेशियों में दर्द और कमी
अक्सर कमजोरी और थकान होना
एनर्जी फिल न करना
अचानक से वजन कम होना
हड्डियां भी कमजोर होने लगती है. जिसके कारण फैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है.
कैसे करें ठीक?
ऐसी स्थिति में खानपान और डाइट का खास ख्याल रखें
डाइट में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन शामिल करें.
रोजाना एक्सरसाइज करें
शराब या एल्कोहल न पिएं.
लाइफस्टाइल ठीक करें.
इस बीमारी से बचने का उपाय
अगर आप इस बीमारी से बचना है तो अपनी लाइफस्टाइल को अच्छा करें. सुबह हेल्दी नाश्ता करें वह भी टाइम से करें. नाश्ता पोषक तत्व से भरपूर हो ताकि आपकी मांसपेशियां मजबूत बनी रहे.
इस बीमारी से बचने का एक खास उपाय यह है कि खाली पेट ज्यादा देर तक न रहें. बॉडी को एक्टिव रखना है तो कुछ न कुछ खेलकूद या एक्सरसाइज करें
शरीर में पोषक तत्व की कमी को पूरी करने के लिए न्यूट्रीशन ,सप्लीमेंट्स लेते रहें.
इस बीमारी से बचने के लिए डाइट को रखें कुछ ऐसा
दाल, चीला, पनीर, टोफू और प्रोटीन युक्त चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें. इस बीमारी से बचने के लिए विटामिन-डी को शामिल करें. ताकि हड्डियां मजबूत रहें. लेकिन अगर आपकी उम्र ज्यादा है तो विटामिन डी को आप अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं.