विनेश फोगाट ने शुक्रवार को अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में अरदास करने पहुंचीं. उन्होंने पत्रकारों से कहा, “यहां आने के बाद मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है. मैं सकारात्मक ऊर्जा महसूस कर रही हूं. मैं वाहेगुरु से यही आशीर्वाद लेने आई हूं कि वो मुझे ताक़त दें.”
उन्होंने कहा, “मेरी यही प्रार्थना है कि मैं जिंदगी में जो कुछ करना चाहूं उसपर वाहेगुरु कृपा बनाए रखें. देश सुरक्षित रहे और उन्नति करता रहे.”
यह महीना विनेश फोगाट के लिए काफी उथल पुथल वाला रहा, क्योंकि पेरिस ओलंपिक खेलों में 50 किलोग्राम भारवर्ग की महिला कुश्ती के फ़ाइनल में पहुंचने के बाद भी वो बाहर हो गईं.
सात अगस्त को गोल्ड मेडल के लिए उनका फ़ाइनल मैच होना था लेकिन उससे पहले अधिक वज़न होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित करार दे दिया गया.
इसके बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती से सन्यास लेने की घोषणा कर दी. हालांकि संयुक्त सिल्वर मेडल के लिए उन्होंने कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन फ़ॉर स्पोर्ट्स में अपील की थी. यह अपील भी ख़ारिज हो गई.
17 अगस्त को भारत वापसी के बाद उन्होंने अपनी एक पोस्ट में लिखा था, “हो सकता है कि अगर हालात अलग होते तो मैं खुद को 2032 तक खेलते देख सकती थी क्योंकि लड़ने की जिद और कुश्ती मुझमें हमेशा रहेगी.”
विनेश फोगाट ‘बीबीसी इंडियन स्पोर्ट्सवुमेन ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड 2022’ की नॉमिनी रह चुकी हैं.