प्रदेश स्थित बांदा में महिला सिविल जज को जान से मारने की धमकी मिली है. महिला जज को पंजीकृत डॉक द्वारा जान से मारने का धमकी भरा पत्र मिला है, लगभग 4 माह पहले भी बाराबंकी में तैनाती के दौरान एक न्यायिक अधिकारी पर महिला सिविल जज ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.
यौन उत्पीड़न के आरोप की उच्च न्यायालय में जांच चल रही है. महिला सिविल जज ने 3 लोगों के खिलाफ साजिश रचने आरोप का लगाया है. पुलिस ने कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कर मामले की जाँच की शुरू कर दी है.
इससे पहले बीते साल दिसंबर में महिला न्यायिक अधिकारी ने अपने दो पन्नों के पत्र में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ को लिखी चिट्ठी में उनसे बाराबंकी में अपनी पदस्थापना के दौरान उनके (महिला न्यायिक अधिकारी) साथ हुई बदसलूकी और उत्पीड़न के बाद अपना जीवन समाप्त करने की अनुमति मांगी थी.
सोशल मीडिया पर यह चिट्ठी वायरल भी हुई थी जिसमें लिखा था, ‘‘मुझे अब और जीने की तमन्ना नहीं है. मैं पिछले डेढ़ साल से जिंदा लाश की तरह हूं. अब मेरे जीवित रहने का कोई उद्देश्य नहीं है. कृपया मुझे मेरा जीवन सम्मानपूर्ण तरीके से समाप्त करने की अनुमति प्रदान करें.’’