उत्तराखंड के टिहरी ज़िले में शुक्रवार रात भारी बारिश की वजह से बाल गंगा नदी में उफान आ गया. भारी बारिश से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
ज़िले में बूढ़ा केदार क्षेत्र के तोली गांव में भूस्खलन होने से एक मां-बेटी की मौत हो गई है.
एसडीआरएफ़ ने रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मलबे में दबी सरिता देवी (40) और अंकिता (15) के शव बरामद किए हैं.
टिहरी के आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि सरिता देवी के पति वीरेंद्र लाल ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई.
टिहरी के आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया है कि, “भारी बारिश की वजह से बूढ़ा केदार से तोली गांव जाने वाली सड़क बह गई है. यहां पेयजल और बिजली की लाइन इस कारण क्षतिग्रस्त हुई है, एक स्कूल और दो पुलिया को भी नुक़सान पहुंचा है.”
वहीें टिहरी के जिलाधिकारी और एसडीएम के साथ रेवेन्यू की टीम भी मौके़ पर मौजूद है. अधिकारी नुक़सान का आकलन कर रहे हैं.
एसडीआरएफ़ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने भारी बारिश के चलते एसडीआरएफ़ की टीम को बूढ़ा केदार क्षेत्र में ही कैंप करने के निर्देश दिए हैं.
बताया जा रहा है कि टिहरी ज़िले में भिलगंना ब्लॉक के बूढ़ा केदार क्षेत्र में गेंवाली, तोली, जखाणा, विसन, और तिनगढ़ में ग्रामीणों की कृषि भूमि का एक बड़ा क्षेत्र बाल गंगा नदी बहा ले गई है.
कोटबिशन गांव के एक स्कूल में राहत शिविर खोल दिया गया है. संवेदनशील घरों के लोगों के लिए रहने-खाने का इंतज़ाम किया जा रहा है.
अधिकारियों का कहना है कि पानी और बिजली की लाइनों को ठीक करने का काम भी शुरू कर दिया गया है.