बलूचिस्तान के क्वेटा रेलवे स्टेशन पर शनिवार को हुए धमाके में अभी तक कम से कम 25 लोगों के मारे जाने की सूचना है. इस धमाके में 46 से भी ज़्यादा लोग घायल हुए हैं. पाकिस्तान के ही चरमपंथी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस घटना की ज़िम्मेदारी ली है.
अब इस घटना के चश्मदीदों का बयान भी सामने आ गया है. क्वेटा के एक सरकारी कर्मचारी और घटना के प्रत्यक्षदर्शी नासिर ख़ान ने पत्रकार मुहम्मद ज़ुबैर से कहा, “मैं अपने दोस्त को छोड़ने स्टेशन आया था. हम रेलवे स्टेशन में घुसे ही थे कि ज़ोरदार धमाका हुआ. यह इतना तेज़ था कि एक बार में ही पूरे स्टेशन पर चीख़-पुकार मच गई.”
नासिर ने कहा, “जब धुएं का बादल छंटा तो मैंने सबसे पहले अपने दोस्त को देखा. खुशकिस्मती से हम दोनों ही सुरक्षित थे. लेकिन टिकट खिड़की के पास हमने देखा कि कई लोग ज़ख़्मी पड़े हुए थे.”
एक और प्रत्यक्षदर्शी ने मुहम्मद जुबैर से कहा, “मैं लगभग आठ बजे रेलने स्टेशन पहुंचा था. जिस ट्रेन से मुझे सफ़र करना था वह प्लेटफ़ॉर्म एक से सुबह नौ बजे छूटने वाली थी. मैं चाय पीने के लिए दुकान की तरफ़ जा रहा था तभी धमाका हुआ. कई सेकेंड तक समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ है. हर तरफ़ बस चीख-पुकार मची हुई थी.”