जापान ने चीन पर आरोप लगाया है कि उसके जासूसी विमान ने जापान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है.
ऐसा कहा जा रहा है कि ये पहली बार है, जब चीन का कोई विमान जापानी क्षेत्र में घुसा है.
घटना स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजकर 29 मिनट पर हुई. चीन का वाई-9 सर्विलांस विमान करीब दो मिनट तक जापान के हवाई क्षेत्र में रहा.
इसके बाद जापान ने अपने लड़ाकू विमान तैनात किए. मामला दांजो द्वीप का है.
जापान के चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी ने इस उल्लंघन को “पूरी तरह अस्वीकार्य” बताया और घटना पर विरोध दर्ज कराने के लिए चीनी दूतावास के अधिकारी को समन भेजा.
घटना ऐसे वक्त पर हुई है जब क्षेत्र में तनाव बढ़ा हुआ है. यहां चीन अमेरिका और जापान समेत उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश में है.
जापानी ब्रोडकास्टर एनएचके के अनुसार, सोमवार को हुई इस घुसपैठ के बाद जापान की तरफ से चीनी विमान को चेतावनी जारी की गई थी. लेकिन फ्लेयर गन जैसे किसी हथियार का इस्तेमाल नहीं किया गया.
जापान की सरकार का कहना है कि वो चीन से डिप्लोमैटिक चैनल के माध्यम से इस घुसपैठ पर विरोध दर्ज कराएगा. इसके साथ ही भविष्य में ऐसा न हो, इसकी मांग करेगा.
इस मामले में चीन की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.