दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटों को लैंड फॉर जॉब मामले में ज़मानत दे दी है. समाचार एजेंसी एएनआई और पीटीआई दोनों ने ही इसकी पुष्टि भी कर दी है.
इस मामले में लालू प्रसाद यादव के साथ उनके दोनों बेटों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी अभियुक्त हैं.हालांकि इन सभी को एक लाख रुपये का बेल बॉन्ड भरना पड़ेगा. इस मामले में अब अगली सुनवाई 25 अक्तूबर को होगी.
बेल मिलने के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया को दिए अपने बयान में कहा, “हमारे ख़िलाफ़ राजनीतिक साज़िश की गई है और सरकारी एजेंसियों का ग़लत इस्तेमाल किया गया है. इस मुक़दमे में कोई भी दम नहीं है. हम इस केस को ज़रूर जीतेंगे.”
लालू प्रसाद यादव पर आरोप हैं कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने ग्रुप डी में नौकरी देने के बदले ज़मीनें ली थीं.इस मामले में ईडी की जांच जारी है और उसके घेरे में लालू प्रसाद यादव समेत उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव, बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव भी हैं.
इसके अलावा लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला मामले में भी दोषी हैं. इस घोटाले के अलग-अलग पांच मामलों में उन्हें अदालत ने दोषी ठहराया है. 3 अक्तूबर 2013 को उन्हें सीबीआई की विशेष अदालत ने पहली बार पांच साल की सज़ा सुनाई थी जिसके बाद उन्हें अपनी लोकसभा सदस्यता गंवानी पड़ी थी.
बीते चार सालों से लालू यादव ज़मानत पर जेल से बाहर हैं. बीते साल अक्तूबर में सीबीआई ने उनकी ज़मानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड हाई कोर्ट के फ़ैसले को पलटने से इनकार कर दिया था.