केंद्रीय कृषि मंत्री और झारखंड के बीजेपी चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड मुक्ति मोर्चा में चंपाई सोरेन की कथित अनदेखी के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को घेरा है.
उन्होंने कहा है, ”चंपाई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठतम नेता हैं लेकिन हेमंत सोरेन ने उन्हें अचानक मुख्यमंत्री पद से हटा दिया. वो चंपाई सोरेन की जासूसी भी करवा रहे हैं. एक डरा हुआ मुख्यमंत्री और कर भी क्या सकता है.”
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है, ”श्री चंपाई सोरेन जी झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठतम नेता हैं, वे झामुमो के संस्थापक सदस्य भी हैं. लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी उन्हें अपमानित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं, अपनी ही पार्टी के इतने बड़े नेता को साज़िश के तहत मुख्यमंत्री पद से हटाना और सत्ता के लालच में झट पट स्वयं सीएम की कुर्सी पर बैठ जाना, ये आदिवासी समुदाय के एक बड़े नेता का घोर अपमान है और पूरे आदिवासी समाज के साथ दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार है.”
इससे पहले मंगलवार को झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा था कि वो अब बीजेपी के साथ जुड़ने जा रहे हैं.
असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी के झारखंड प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि चंपाई सोरेन 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल हो जाएंगे.