आजकल सेहत के प्रति लापरवाह होने से ज्यादातर युवा गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब लाइफस्टाइल और खानपान उनकी सेहत को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है. ऐसे में 50 साल से कम उम्र के लोग 3 खतरनाक बीमारियों का शिकार होते चले जा रहे हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर सही समय पर ध्यान नहीं दिया गया तो तीनों बीमारियां महामारी का रूप भी ले सकती हैं. इसलिए तुरंत अपनी दिनचर्या और आदतों में बदलाव करने पर फोकस करना चाहिए…
मोटापा
WHO के मुताबिक, दुनिया में आज मोटापा बहुत ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है. यह लाइफस्टाइल डिजिजेज से जुड़ी सबसे बड़ी चिंता है. आंकड़ें देखें तो साल 1990 से लेकर 2024 तक मोटापा चार गुना तेजी से बढ़ गया है. इसलिए इसे कम करने पर ध्यान देना चाहिए. आयुर्वेद में मोटापे को कंट्रोल करने के लिए वात, पित्त और कफ को कंट्रोल करने और मेटाबॉलिक प्रॉसेस को सही करने की सलाह दी गई है.
हार्ट डिजीज
कार्डियोवैस्कुलर डिसॉर्डर भी युवाओं को तेजी से शिकार बना रहा है. हर साल दुनिया में होने वाली 30 प्रतिशत से ज्यादा मौतें इसी वजह से हो रही हैं. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हाइपरटेंशन, डायबिटीज मेलिटस, डिस्लिपिडेमिया, मोटापा के अलावा हार्ट डिजीज काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण खानपान में पोषक तत्वों की कमी और अनहेल्दी लाइफस्टाइल है.
डायबिटीज
एक्सपर्ट्स का मानना है कि हाई ब्लड प्रेशर से होने वाली डाइबिटीज भविष्य में महामारी के तौर पर सामने आ सकती है. देश में इसके मरीज की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. इसके कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल, हाई-कैलोरी डाइट, तनाव और नींद की कमी है. आयुर्वेद में इसे कंट्रोल करने के लिए कई टिप्स दिए गए हैं. जिनमें मीठी चीजों से परहेज,रोजाना एक्सरसाइज,तनाव से बचने, मौसम के हिसाब से डाइट, ध्यान, प्राणायाम और योग शामिल है.