केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने अनुसूचित जाति और जनजाति आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के ख़िलाफ़ दलित-आदिवासी संगठनों के ‘भारत बंद’ का समर्थन किया है.
चिराग पासवान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है,” एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से भारत बंद के फैसले का मैं और मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) अनूसूचित जाति एवं जनजाति के पक्ष में नैतिक रूप से समर्थन करती है. समाज के शोषितों और वंचितों के हक की आवाज बनना हमारा कर्तव्य है.”
उन्होंंने लिखा,”विगत दिनों आदरणीय प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट में यह फैसला किया गया था कि जैसे बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर जी ने आरक्षण के प्रावधान रखे थे ठीक वैसे ही रहेगा.आरक्षण से किसी भी प्रकार की छेड़-छाड़ नहीं की जाएगी.”
इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राज्य सरकारें चाहें तो सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने के लिए एससी-एसटी की सब कैटैगरी बना सकती है.
कोर्ट ने यह भी कहा कि अनुसूचित जाति के भीतर किसी एक जाति को सौ फीसदी कोटा नहीं दिया जा सकता है. इसके अलावा एससी में में शामिल किसी जाति का कोटा तय करने से पहले उसकी हिस्सेदारी के समर्थन में पर्याप्त आंकड़े होने चाहिए.