फिनटेक कंपनी भारतपे और इसके को फाउंडर अशनीर ग्रोवर के बीच लंबे समय से चल रहा कानूनी विवाद अब सुलझ गया है. यह मामला लगातार सुर्खियों में रहा था. कंपनी ने अशनीर ग्रोवर पर 81 करोड़ रुपये की हेरफेर करने का आरोप लगाया था. इस मामले में अशनीर ग्रोवर के साथ ही उनकी पत्नी माधुरी जैन भी इस केस में फंसी हुई थीं.
भारतपे ने सोमवार को ऐलान किया कि हम इस केस को और आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं. कंपनी और अशनीर ग्रोवर ने मिलकर इस केस को खत्म करने का फैसला लिया है. दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया है. समझौते के तहत अशनीर ग्रोवर अब किसी भी तरह से कंपनी से जुड़े नहीं रहेंगे. कंपनी ने बताया कि वह भारतपे में अपनी शेयरहोल्डिंग भी खत्म करेंगे. अशनीर ग्रोवर को अपने कुछ शेयर रेसिलिएंट ग्रोथ ट्रस्ट को देने पड़ेंगे. बाकी बचे हुए शेयर का मैनेजमेंट उनका फैमिली ट्रस्ट करेगा.
भारतपे ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि हम अशनीर ग्रोवर को शुभकामनाएं देते हैं. साथ ही कंपनी अब अपने साथ जुड़े मर्चेंट्स और कस्टमर पर और ज्यादा ध्यान देते हुए काम करेगी. भारतपे ने अशनीर ग्रोवर और उनके परिवार पर कंपनी के साथ 81.3 करोड़ रुपये का फ्रॉड करने का आरोप लगाया था. उन पर आरोप था कि उन्होंने नकली एचआर कंसल्टेंट को पेमेंट किए, वेंडर की दी जाने वाली रकम बढ़ाकर बताई, फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट ट्रांजेक्शन किए, फर्जी इनवॉइस बनाए, ट्रेवेल एजेंसी को अवैध पेमेंट किए और सबूतों के साथ छेड़छाड़ की.
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने ग्रोवर फैमिली के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी. इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां भी हुई थीं. हाल ही में अशनीर ग्रोवर और माधुरी जैन को अमेरिका जाने से रोक दिया गया था. इसके बाद उन्हें कोर्ट में पैसा जमा करने के बाद ही विदेश जाने की मंजूरी मिल पाई थी. अशनीर ग्रोवर ने बिजनेस रियलिटी टीवी शो शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) के जरिए बहुत लोकप्रियता हासिल की थी. इसमें उनके कुछ बयान मीम बनकर वायरल भी हुए थे.