उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी की पिच पर जाकर चंद्रभान पासवान को उम्मीदवार बनाया है लेकिन, इस फैसले की वजह से पार्टी में घमासान दिख रहा है. बीजेपी के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ नाराज बताए जा रहे थे. वो चंद्रभान पासवान के नामांकन के दौरान भी दिखाई नहीं दिए. लेकिन अब सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ उनकी तस्वीर सामने आई है. जिसके बाद माना जा रहा है कि चुनाव से पहले मामला सुलझा लिया गया है.
मिल्कीपुर सीट से बीजेपी के बाबा गोरखनाथ सबसे बड़े दावेदार थे लेकिन पार्टी ने अजीत पासी के सामने समीकरणों को साधते हुए रुधौली के चंद्रभान पासवान को टिकट दे दिया, जिसके बाद नाराज होने की खबरें थी. लेकिन बीजेपी ने अभी से बागियों को मनाना शुरू कर दिया है. मंत्री सूर्य प्रताप शाही और स्वतंत्र देव सिंह ने खुद बाबा गोरखनाथ से उनके घर जाकर मुलाकात की.
नाराजगी की खबरों के बीच बाबा गोरखनाथ शनिवार को लखनऊ पहुंचे जहां उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात की है. दोनों की तस्वीरें भी सामने आई हैं. सीएम योगी दफ़्तर की ओर से इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया गया है लेकिन माना जा रहा है कि सीएम योगी ने उनसे बात कर मामले को सुलझा लिया है. पार्टी नहीं चाहती है उनकी नाराजगी का असर मिल्कीपुर चुनाव में पड़े.
दरअसल लोकसभा चुनाव में हार के बाद मिल्कीपुर सीट बीजेपी के लिए नाक का सवाल बन गई है. बाबा गोरखनाथ का यहां खासा प्रभाव है. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सपा के अवधेश प्रसाद को चुनाव में हरा दिया था, यहीं नहीं 2022 विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने कड़ी टक्कर दी और 13 हजार वोटों के अंतर से हारे थे. ऐसे में उनकी दावेदारी सबसे प्रबल मानी जा रही थी. लेकिन सपा ने मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है. जिसकी काट के लिए बीजेपी ने भी सपा की पिच पर जाकर चंद्रभान पासवान को मैदान में उतारा है.