दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि उसने पांच बांग्लादेशी नागरिकों और इनकी मदद करने वाले छह अन्य लोगों को गिरफ़्तार किया है. इस पर आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह को ज़िम्मेदार ठहराया.
प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “सीमा सुरक्षा किसकी ज़िम्मेदारी है. देश में अगर कहीं भी रोहिंग्या हैं, तो इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह ज़िम्मेदार हैं.”
उन्होंने कहा, “हम इस बात का ध्यान रखेंगे कि दिल्ली के संसाधनों पर दिल्ली के लोगों का हक रहे न कि रोहिंग्याओं का. इसके लिए जो कदम उठाना पड़ेगा हम उठाएंगे.”
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करने के लिए कालिंदी कुंज पहुंचकर लोगों से दस्तावेज़ दिखाने के लिए कहा.
दिल्ली पुलिस ने क्या कहा?
इस मामले में डीसीपी साउथ अंकित चौहान ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिकों के अवैध प्रवासन में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है.
उन्होंने कहा, “साउथ डिस्ट्रिक्ट दिल्ली पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. हमने पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ़्तार किया है. इसके अलावा हमने इन्हें फर्ज़ी आधार कार्ड, वोटर आई दिलाने में मदद करने वाले छह अन्य लोग भी गिरफ़्तार किए हैं.”
उन्होंने कहा कि ये मामला संगम विहार की एक हत्या से शुरू हुआ था. इन पांच लोगों में से चार इस मामले में संदिग्ध थे. जांच में पता चला कि ये बांग्लादेशी नागरिक हैं. फिर इनकी मदद करने वाले लोगों के बारे में पता चला.
डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि एक वेबसाइट का भी पता चला है, जहां ये लोग 20 रुपये में अपने जन्म प्रमाण पत्र और आयु प्रमाण पत्र बनवा रहे थे. 2021 में भारत आई एक महिला को भी गिरफ़्तार किया गया है. उन्होंने फ़र्ज़ी आधार कार्ड के ज़रिए वोटर आईडी के लिए नामांकन किया हुआ था.
डीसीपी ने बताया कि ये हत्या आपसी रंजिश के कारण की गई थी. जिस शख़्स की हत्या की गई, उसी ने इन्हें बांग्लादेश से भारत लाने में मदद की. उसने इन्हें दिल्ली में अपने घर पर भी ठहराया था.
डीसीपी ने बताया कि ये लोग जंगल के रास्ते भारत में आते हैं. एक पूरा गिरोह इस काम में शामिल है. ये ट्रेन और बस के ज़रिए दिल्ली पहुंचते हैं. फिर यहां फर्ज़ी सर्टिफिकेट बनवाकर रहने लगते हैं.