जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताया. उन्होंने कहा, ”बहुत दुख की खबर है. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह दुनिया में नहीं रहे. सबसे बड़ा काम उन्होंने किया भारत को इकट्ठे रखने की कोशिश की.”
पूर्व कैबिनेट मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”इकॉनमी को खोल दिया, जो ट्रिलियन डॉलर की बात करते हैं वो मनमोहन सिंह की देन है. इनकी सरकार में मैं मंत्री था. अपनी और जमात और खानदान की तरफ श्रद्धांजलि पेश करता हूं.”
उन्होंने कहा, ”जो काम छोड़ गए हैं वो हम लोग पूरा करें और भाईचारा कायम रखें. उन्होंने वतन को एक रखने की कोशिश की. मोहब्बत पैदा की. हमारे पड़ोसी से भी मोहब्बत की कोशिश की. इंशाअल्लाह एक दिन वो होगा, वो वक्त आएगा.”
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”ऐसे लोग कम पैदा होते हैं. उन्होंने जो कुर्बानियां दी हैं, वो ज़ाया नहीं जाएगी. अल्लाह से दुआ है कि उनकी घर के लोगों को सब्र दें.”
मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली दूसरी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में फारूक अब्दुल्ला नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री थे. 10 सालों तक प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का गुरुवार (26 दिसंबर) को निधन हो गया. वो 92 साल के थे.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि राजीव गांधी और नरसिम्हा राव के शासन के दौरान अर्थव्यवस्था को खोला गया था और आज हम खुशी से देख सकते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था प्रगति कर रही है. अब्दुल्ला ने कहा कि वर्तमान सरकारों और भावी सर कारों को सिंह के उदाहरण से कुछ सीखना चाहिए.