हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तीन निर्दलीय विधायकों के राज्य सरकार से समर्थन वापस लेने पर प्रतिक्रिया दी है.
बुधवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “ये चुनावी माहौल में कौन किधर जाता है, इसका कोई फ़र्क पड़ने वाला नहीं है. बहुत सारे विधायक हमारे भी संपर्क में हैं. इसलिए किसी को चिंता नहीं करनी चाहिए. बहुत सारे विधायक हमारे संपर्क में हैं. कब कौन क्या करेगा, चुनाव अभी लंबा चलेगा.”
मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर चरखी दादरी से सोमबीर सांगवान, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर और पूंडरी से रणधीर गोलन ने समर्थन वापस लेने की घोषणा की थी.तीनों स्वतंत्र विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन देने की भी घोषणा की है.हाल ही में बीजेपी ने हरियाणा में मनोहर लाल को बदलकर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया था. उसी दौरान दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी ने सरकार से अपना समर्थन वापस लिया था.
मुश्किल में बीजेपी सरकार?
हरियाणा विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 90 है जिसमें दो सीटें अभी ख़ाली हैं.विधानसभा में बीजेपी के पास 40, कांग्रेस के पास 30, जननायक जनता पार्टी के पास 10, निर्दलीय 6, इंडियन नेशनल लोकदल और हरियाणा लोकहित पार्टी(एचएलपी) के पास 1-1 एक विधायक हैं.
मौजूदा विधानसभा की 88 सीटों के आधार पर बीजेपी को 45 विधायकों का समर्थन चाहिए.लेकिन नायब सिंह सैनी के पास फ़िलहाल 43 विधायकों का समर्थन ही दिखाई दे रहा है, जिसमें बीजेपी के 40, एचएलपी का 1 और निर्दलीय 2 विधायक शामिल हैं.