हिंद महासागर में मौजूद मयोट्ट द्वीप में सोमवार को चक्रवाती तूफ़ान चिडो आया था. तूफ़ान से हुए नुक़सान का जायजा लेने के लिए गुरुवार को फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों वहां पहुंचे थे. लेकिन उन्हें वहां लोगों का विरोध झेलना पड़ा.
द्वीप के लोगों ने मैक्रों से और अधिक मदद की मांग के साथ ही उनसे इस्तीफा देने को कहा.इसके जवाब में मैक्रों ने स्थानीय लोगों से कहा, “मैं ना तो चक्रवात हूं और ना ही इसके लिए जिम्मेदार हूं.”मैक्रों ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने अपनी यात्रा शुक्रवार तक बढ़ा दी है.
मयोट्ट द्वीप में चक्रवाती तूफ़ान चिडो से हुई तबाही के बाद से वहां के लोग पानी की समस्या झेल रहे हैं और अभी भी वहां बचावकर्मी लापता लोगों को खोजने में लगे हुए हैं.फ़्रांस के आधिकारियों के मुताबिक़,चक्रवाती तूफ़ान चिडो से अब तक 31 लोगों की मौत हो गई है.